National Film Awards: शेखर कपूर- `मैंने फिल्में बनाना छोड़ा क्योंकि हिंदी सिनेमा इस लायक नहीं`
शेखर कपूर ने कहा, `मैंने हिंदुस्तान में आखिरी फिल्म बनाई थी `बेंडेट क्वीन`. उसका कारण था क्योंकि मैं उससे ज्यादा अच्छी फिल्में बनाना चाहता था, जो हिंदी सिनेमा मुझे बनाने का मौका दे रहा था.`
नई दिल्ली: आज दिल्ली में 65वें राष्ट्रीय पुरस्कारों की घोषणा हुई. इस साल राष्ट्रीय पुरस्कारों की जूरी के अध्यक्ष हैं फिल्ममेकर शेखर कपूर हैं, जिन्होंने इन पुरस्कारों की घोषणा की. ऐसे में फिल्मों की घोषणा करते हुए शेखर कपूर ने कहा कि भारतीय सिनेमा के बेहद गिरते हुए स्तर के चलते मैंने भारत में फिल्में बनाना छोड़ दिया. लेकिन महज 10 दिनों में यह फिल्में देखने के बाद मेरा नजरिया पूरी तरह बदल दिया है.
राष्ट्रीय पुरस्कारों की घोषणा करते हुए शेखर कपूर ने कहा, 'मैंने हिंदुस्तान में आखिरी फिल्म बनाई थी 'बेंडेट क्वीन'. उसका कारण था क्योंकि मैं उससे ज्यादा अच्छी फिल्में बनाना चाहता था, जो हिंदी सिनेमा मुझे बनाने का मौका दे रहा था. मैं सालों तक इंतजार करता रहा और सोचता रहा कि हिंदी फिल्मों का स्तर इस लायक है ही नहीं कि मैं यहां आकर फिल्म बनायूं. मुझे आगे बढ़ना चाहिए, अच्छी-अच्छी फिल्में बनाई जानी चाहिए. महज 10 दिनों में मेरी सोच बदल गई है. मैं 10 दिनों में भारतीय सिनेमा की फिल्में देखकर दंग रह गया हूं. लेकिन हिंदी सिनेमा ने नहीं, बल्कि क्षेत्रीय सिनेमा की शानदार और बेहतरीन फिल्मों ने मेरी सोच बदल दी है.'
उन्होंने कहा, 'फिल्मों की क्वालिटी रीजनल सिनेमा में देखकर मैं दंग रह गया. मुझे नहीं पता था कि अंडमान में फिल्म बनती हैं, असम की फिल्म कान्स में जा सकती हैं. लोग ऐसे-ऐसे विषय लेकर फिल्में बना रहे हैं कि कोई सोच भी नहीं सकता. इन 10 दिनों ने मुझे यह तय करने पर मजबूर कर दिया किया मुझे फिर भारत में फिल्म बनानी चाहिए.' शेखर कपूर ने बताया कि मैं जानता हूं कि फिल्में बनाना कितना मुश्किल है. मुझे 11 साल लगे 'मासूम' बनाने में.
बता दें कि 65वें राष्ट्रीय पुरस्कारों सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म का पुरस्कार 'न्यूटन' को दिया गया है. जबकि ऑस्कर के लिए भारत की आधिकारिक एंट्री बनी 'न्यूटन' के लिए एक्टर पंकज त्रिपाठी को स्पेशल मेंशन अवॉर्ड मिला है. इस साल राष्ट्रीय पुरस्कारों में बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड दिवंगत एक्ट्रेस श्रीदेवी को दिया गया है. जबकि इस साल का लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड दिवंगत एक्टर विनोद खन्ना को दिया गया है. श्रीदेवी को उनकी 300वीं फिल्म 'मॉम' के लिए यह पुरस्कार मिला है. इस साल की सर्वश्रेष्ठ फिल्म के तौर पर असमिया फिल्म 'विलेज रॉक स्टार' को मिला है. इस साल बेस्ट एक्शन डायरेक्शन और बेस्ट स्पेशल इफेक्ट्स दोनों पुरस्कार फिल्म 'बाहुबली 2' को दिया गया है.