Agastya Nanda Funny Incident: अमिताभ बच्चन के नाती अगस्त्य नंदा (Amitabh Bachchan Grandson) ने हाल ही में नेटफ्लिक्स पर जोया अख्तर की फिल्म 'द आर्चीज' (The Archies) में मुख्य किरदार के साथ हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में डेब्यू किया. हालांकि, हाल ही में एक इंटरव्यू में युवा अभिनेता ने खुलासा किया कि अपनी पहली फिल्म साइन करने से पहले कोई नहीं जानता था कि वह कैसे दिखते थे. अपने लुक से जुड़ा एक मजेदार किस्सा अगस्त्य ने इस इंटरव्यू के दौरान शेयर भी किया है.


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फिल्म कंपेनियन को दिए इंटरव्यू में अगस्त्य नंदा (Agastya Nanda) ने एक हास्यास्पद घटना को याद किया, जब वह 'द आर्चीज' के ब्रेक से पहले अवसर तलाशने के लिए फिल्म निर्माताओं से मिल रहे थे. अगस्त्य ने बताया, ''मैं एक दूसरे ऑफिस में गया, जहां सिक्योरिटी गार्ड था. उस गार्ड ने मुझसे कहा- 'इधर आ, इधर आ, नाम लिख. पैकेज डिलिवरी टाइम बता.' मैंने कहा- मैं यहां पैकेज देने नहीं आया हूं, मैं यहां डायरेक्टर से मिलने आया हूं. तब गार्ड ने कहा- 'नहीं, नहीं, झूठ मत बोल.' ऐसा बहुत होता है. सोशल मीडिया पर न होने के नुकसान.'' 


45 मिनट इंतजार के बाद अगस्त्य को दिखानी पड़ी अपनी उपस्थिति
अगस्त्य नंदा ने एक और खुलासा भी किया, जहां उनकी एक फिल्म निर्माता के कार्यालय में अपॉइंटमेंट थी. वह अंदर गए और 45 मिनट तक अंदर इंतजार करते रहे, तभी उन्होंने दो लोगों को यह चर्चा करते हुए सुना कि अगस्त्य यहां नहीं है. फिर उन्हें अपनी उपस्थिति दर्शानी पड़ी. अगस्त्य ने अमिताभ बच्चन के नाना होने के बावजूद अपनी पहचान की कमी का कारण अपने व्यवसायी पिता के साथ दिल्ली में सुर्खियों से दूर बड़े होना बताया.


अगस्त्य नंदा सोशल मीडिया डेब्यू
अगस्त्य नंदा आखिरकार इस सप्ताह की शुरुआत में इंस्टाग्राम से जुड़ गए हैं. गुरुवार को उन्होंने अपना पहला पोस्ट डाला. उन्होंने एक तस्वीर अपलोड की, जिसमें वह भूरे रंग की टी-शर्ट और सफेद पैंट पहने नजर आ रहे हैं. जैसे ही अगस्त्य ने अपनी पहली तस्वीर अपलोड की, उनके परिवार और इंडस्ट्री के दोस्तों ने उनके पोस्ट के नीचे कमेंट किए और इंस्टाग्राम पर एक्टर का जोरदार स्वागत किया. 



अगस्त्य नंदा अपकमिंग प्रोजेक्ट
अगस्त्य नंदा अगली बार फिल्म 'इक्कीस' में दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र के साथ नजर आएंगे. श्रीराम राघवन द्वारा निर्देशित यह फिल्म  2025 में रिलीज होगी. यह फिल्म युद्ध नायक सेकेंड लेफ्टिनेंट अरुण खेत्रपाल के जीवन पर आधारित है, जिन्हें परमवीर चक्र से नवाजा जा चुका है.