Tom Alter Biography: साल 1976 में रिलीज हुई थी फिल्म चरस और इसी फिल्म से टॉम ऑल्टर (Tom Alter) ने हिंदी सिनेमा में डेब्यू किया. टॉम बेहद हैंडसम थे इतने कि कोई भी देखते ही उन पर मर मिटे. उनका लुक किसी अंग्रेज अफसर जैसा था लिहाजा हिंदी फिल्मों में उन्हें ज्यादातर ऐसे किरदार ही ऑफर हुए जो या तो किसी ब्रिटिश ऑफिसर्स के रहे या फिर कोई विदेशी कलाकार. लेकिन हैरानी की बात ये कि इतने सीमित कैरेक्टर्स मिलने के बावजूद टॉम को लोगों ने खूब पसंद किया और वो 300 से ज्यादा फिल्मों में दिखे. 


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बड़ी फिल्मों बने हिस्सा
टॉम ऑल्टर ने अपने करियर में बड़ी-बड़ी फिल्मों में काम किया. शतरंज के खिलाड़ी, गांधी, कर्मा, राम तेरी गंगा मैली जैसी फिल्मों में ना सिर्फ उनके काम को नोटिस किया गया बल्कि उन्हें खूब तारीफ भी मिली. यही वजह थी कि एक बार उनके करियर की गाड़ी जो चली तो उन्हें कभी पीछे मुड़कर देखने की जरूरत नहीं पड़ी. 



ये उनका टैलेंट ही था कि भले ही उन्हें सबसे ज्यादा अंग्रेज या विदेशी किरदार ही ऑफर हुए लेकिन इसके बावजूद निर्देशकों ने उन पर भरोसा जताया और अपने करियर में उन्होंने मिर्जा गालिब, साहिर लुधियानवी और मौलाना आजाद जैसे किरदार भी निभाए और तारीफ पाई. भारतीय सिनेमा में ही नहीं बल्कि टॉम ने इंटरनेशनल प्रोजेक्ट्स में भी काम किया. विद लव, दिल्ली!, सन ऑफ फ्लावर, साइकिल किक, अवतार, ओसियन ऑफ अन ओल्ड मैन, वन नाइच विद द किंग, साइलेंस प्लीज जैसी इंग्लिश फिल्मों का भी वो हिस्सा रहे. 


क्यों दिखते थे अंग्रेज
अब सवाल ये कि आखिर टॉम ऑल्टर का लुक अंग्रेजों जैसा क्यों था. दरअसल, टॉम के माता-पिता दोनों ही विदेशी थे. लेकिन टॉम का जन्म हिंदुस्तान में हुआ और वो पले बढ़े भी यही. एक्टिंग में दिलचस्पी थी तो हिंदी सिनेमा से जुड़ गए. राजेश खन्ना से वो काफी प्रेरित थे और एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि वो उन्हीं के चलते एक्टिंग से जुड़े. विदेशी माता-पिता की संतान होने के बावजूद टॉम फर्राटेदार हिंदी बोलते थे तो वहीं उन्हें उर्दू की भी समझ थी. थियेटर से जुड़कर करियर का आगाज करने वाले टॉम के बारे में कम ही लोग जानते हैं कि वो सचिन तेंदुलकर का इंटरव्यू लेने वाले पहले शख्स थे. उस वक्त महान क्रिकेटर सचिन की उम्र महज 15 साल ही थी. 


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