Tuntun Life Story: आज के दौर में टीवी हो या फिर फिल्में हर जगह महिला कॉमेडियन छाई हुई हैं लेकिन एक दौर था जब बमुश्किल ही कोई फीमेल कॉमेडियन फिल्मों में नजर आती थी. अगर हिंदी सिनेमा की पहली कॉमेडियन की बात की जाए तो वो थीं एक्ट्रेस टुनटुन जिनका असली नाम था उमा देवी खत्री. लेकिन इन्हें पहचान टुनटुन के नाम से ही मिली. 


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खास बात ये कि टुनटुन ना सिर्फ पहली महिला कॉमेडियन थीं बल्कि एक्ट्रेस और सिंगर भी रहीं. जिन्होंने अपने करियर में कई बेहतरीन गाने भी गाए. एक गाना तो इस कदर पॉपुलर हुआ और लोगों को भाया कि उसे सुनकर पाकिस्तान का एक नौजवान टुनटुन से ब्याह रचाने भारत आ पहुंचा. उस शख्स का नाम था अख्तर अब्बास काजी जो वाकई भारत आकर टुनटुन के दूल्हे बने. 


करियर में गाए 45 गाने
शायद ही आज कोई टुनटुन को जानता हो लेकिन आज भी हिंदी सिनेमा में गाहे बगाहे उनका जिक्र और यादें ताजा हो जाती हैं. टुनटुन एक बेहतरीन सिंगर थीं लिहाजा उस दौर में उन्होंने 45 गाने गाए जिनमे उनकी अलग सी आवाज को काफी सराहा गया. लेकिन सबसे ज्यादा फेमस हुआ- अफसाना लिख रही हूं.  


200 से ज्यादा फिल्मों में दिखीं
जब उन्हें गाने मिलने कम हो गए तब टुनटुन ने एक्टिंग में कदम रखा और एक बार जो उन्हें इसका चस्का लगा तो फिर एक के बाद एक वो फिल्में करती रहीं. उनकी कॉमेडी के लोग दीवाने हो चुके थे और टुनटुन का किसी फिल्म में होना मतलब कॉमेडी की डबल डोजी मानी जाने लगी थी. अपने करियर में टुनटुन ने 200 से ज्यादा फिल्मों में काम किया.



बचपन में खो दिए थे माता-पिता
टुनटुन का बचपन काफी दुख भरा रहा. उनके माता-पिता का मर्डर कर दिया गया था. एक भाई था जिसका निधन भी बाद में हो गया. ऐसे में उनका बचपन रिश्तेदारों के साथ बीता जो उनके साथ अच्छा व्यवहार नहीं करते थे. थोड़ा बड़ा होने पर टुनटुन एक बार घर से भागकर मुंबई आ गई थीं.