`नदिया के पार` की शूटिंग के लिए डायरेक्ट गांव वालों को देना चाहते थे 8 लाख, लेकिन फ्री में ऐसे बन गया काम
Bollywood Retro: सचिन पिलगांवकर, साधना सिंह और इंदर ठाकुर की ब्लॉकबस्टर फिल्म `नदिया के पार` की शूटिंग `केराकत` नाम के गांव में हुई थी, जिसके लिए डायरेक्टर ने गांव वालों को 8 लाख रुपये देने की पेशकश की थी, लेकिन फिर कुछ ऐसा हुआ कि फ्री में ही पूरी फिल्म की शूटिंग हो गई.
Bollywood Retro Nadiya Ke Paar: साल 1982 में रिलीज हुई हिंदी सिनेमा की ब्लॉकबस्टर फिल्म 'नदिया के पार' आज भी कई दर्शकों की फेवरेट फिल्म होगी. इस फिल्म की अपार सफलता के बाद साल 1994 में इसकी एक रीमेक बनाई गई थी, जिसका नाम था 'हम आपके हैं कौन'. इस फिल्म में सलमान खान, माधुरी दीक्षित, अनुपम खेर, रेणुका शहाणे, आलोक नाथ, मोनीष बहल और रीमा लागू जैसे कलाकार नजर आए थे.
वहीं, अगर बात 'नदिया के पार' की करें तो इसमें सचिन पिलगांवकर, साधना सिंह, इंदर ठाकुर और मिताली जैसे कलाकार नजर आए थे. फिल्म की कहानी के साथ-साथ फिल्म में चंदन और गुंजा की लव स्टोरी को खूब पसंद किया गया था. इस फिल्म की शूटिंग के लिए उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल हिस्से को चुना गया था और फिल्म की 90 प्रतिशत शूटिंग जौनपुर के केराकत तहसील के विजयपुर और राजेपुर नामक गांवों में हुई थी.
गांव वालों को पैसे देना चाहते थे डायरेक्टर
बताया जाता है कि फिल्म की शूटिंग के लिए डायरेक्टर गोविंद मूनिस ने गांव वालों को 8 लाख रुपये देने की पेशकश की थी, लेकिन बात फ्री में ही बन गई. दरअसल, फिल्म की शूटिंग लगभग डेढ़ दो महीने तक चली और तब तक सभी स्टार्स कास्ट और क्रू वहीं रुके थे. फिल्म के यूनिट मैनेजर रामजनक सिंह उसी गांव के रहने वाले थे. ऐसे में मैनेजर अपनी ही फिल्म कंपनी के मालिक से अपने ही गांव में शूटिंग करने के लिए पैसे नहीं लेना चाहते थे. इसलिए उन्होंने फिल्म बनाने के लिए उनके गांव की लोकेशन का इस्तेमाल करने के लिए एक भी पैसे लेने से साफ मना कर दिया था.
18 लाख में की थी 5 करोड़ की कमाई
गांव के बड़े-बुजुर्ग बताते हैं कि फिल्म की पूरी शूटिंग के दौरान वहां पर हमेशा पुलिस तैनात रहा करती थी, क्योंकि कभी-कभी शूटिंग देखने भारी संख्या में भीड़ आया करती थी और उन्हें कंट्रोल करना काफी मुश्किल हुआ करता था, जिसके लिए पुलिस का सहारा लेना पड़ता था. बता दें, 18 लाख के बजट में बनी इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त कमाई की थी. फिल्म 136 हफ्तों तक सिनेमाघरों में रही और इसने 5 करोड़ के आस-पास की कमाई की थी. आज भी दर्शक इस फिल्म को देखना पसंद करते हैं, जिसमें एक सिंपल गांव की लाइफस्टाइल देखने को मिलता है.