Kishore Kumar Song Woh Shaam Kuch Ajeeb Thi: हिंदी सिनेमा के दिग्गज एक्टर और सिंगर किशोर कुमार ने अपने करियर की शुरुआत साल 1946 में आई फिल्म 'शिकारी' से की थी. वो भी बतौर एक्टर, लेकिन उनका संगीत प्रेम उन्हें हमेशा से ही गायकी की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित किया करता था और उन्होंने बॉम्बे टॉकीज फिल्म के लिए गाने गाए थे. इतना ही नहीं, किशोर दा अपने लंबे करियर में लगभग 600 से ज्यादा हिंदी गानों में अपनी आवाज दे चुके हैं. 


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उनके फैंस को ये जानकर हैरानी होगी कि किशोर दा ने अपने करियर में ये भी गाना बिना पैसे लिए नहीं गया. लोगों से लेकर डायरेक्टर तक सभी उनकी गायकी के इतने दीवाने हुआ करते थे कि वे गाना गाने से पहले ही एडवांस ले लिया करते थे और डायरेक्टर भी आंख बंद करके दे दिया करते थे, क्योंकि वो जानते थे कि भले ही फिल्म न चले, लेकिन किशोर दा का गाना कभी मात नहीं खा सकता. आज हम उनकी गायकी का एक ऐसा ही किस्सा आपको बताने जा रहे हैं. 



इस गाने से किशोर दा को मिली पहचान


आज हम आपको उस गाने के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनसे किशोर दा को एक सिंगर के तौर पर नई पहचान दी थी. इतना ही नहीं, इस गाने को गाकर किशोर दा ने इतिहास रच दिया था और गाना खूब पॉपुलर हुआ था. हम बात कर रहे हैं साल 1970 में आई 'खामोशी' के गाने 'वो शाम कुछ अजीब थी' की. असित सेन के निर्देशन में बनी इस फिल्म के गानों को हेमंत कुमार ने कंपोज किया था. वैसे इस फिल्म के किसी भी गाने को चुनना काफी मुश्किल है. इस फिल्म में 'वो शाम कुछ अजीब थी' के अलावा 'तुम पुकार लो' जैसा गाना भी शामिल है. 


'आवारा' फिल्म के इस गाने को शूट करने लग गए थे 72 घंटे, पौपुलेरटी में 'आवारा हूं' को भी छोड़ दिया था पीछे



 


किशोर दा ने रच दिया था इतिहास


इस फिल्म के सभी क्लासिक गानों में 'वो शाम' को आज भी बेहद पसंद किया जाता है. इतना ही नहीं, इसी गाने से किशोर दा ने अपने गायकी में एक नया चैप्टर जोड़ा था. जी हां, यही वो गाना था जिससे किशोर दा ने कुछ ठहरे हुए गीत गाने की शुरुआत की थी. इससे पहले किशोर दा को इंडस्ट्री में हल्के और एनर्जी वाले गीत गाने के लिए जाना जाता था, लेकिन हेमंत कुमार की जिद पर उन्होंने ये गाना गाया और इतिहास रच दिया. इस गाने को कोलकाता में हुगली नदी पर फिल्माया गया था और हजारों लोग शूटिंग देखने पहुंचे थे.