Nusrat Fateh Ali Khan Songs For Ajay Devgn Film: इंडस्ट्री के दिग्गज संगीतकार और गायक नुसरत फतेह अली खान को कौन नहीं जानता. उन्होंने अपनी गजलों और गानों से फैंस के दिलों में अपने लिए एक खास जगह बनाई है. उनके गानों को आज भी सुनना फैंस को बेहद पसंद हैं. नुसरत फतेह अली खान ने कई यादगार सदाबहार गाने गाए हैं, जो कभी पुराने नहीं हो सकते. आज हम उनके गानों से जुड़ा ऐसा की एक खास किस्सा आपको बताने जा रहे हैं, जो बेहद दिलचस्प है. 


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ये किस्सा अजय देवगन और सैफ अली खान की फिल्म 'कच्चे धागे' से जुड़ा है. बताया जाता है कि फिल्म के निर्देशक मिलन लुथरिया शुरू से ही ये चाहते थे कि गजलों के सम्राट नुसरत फतेह अली खान उनकी इस फिल्म के लिए म्यूजिक बनाए, लेकिन उन्होंने ऐसा करने से मना कर दिया था. हालांकि, बाद में नुसरत फतेह अली खान ने निर्देशक से इंप्रेस होकर उन्होंने महज 4 घंटे के अंदर 55 गाने सुना डालते थे, जिनमें से उन्होंने 7 गाने चुने थे. इस बात का जिक्र खुद मिलन ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था. 



कुछ ऐसा था ये किस्सा...


1999 में आई इस फिल्म 'कच्चे धागे' से मिलन लुथरिया ने अपना डायरेक्शन डेब्यू किया था. बॉलीवुड हंगामा के साथ हुए इंटरव्यू में फिल्म निर्देशक मिलन लुथरिया ने बताया था, 'मैं उन दिनों कई और फिल्में भी प्रोड्यूस कर रहा था. उन्हीं में से एक 'कच्चे धागे' भी थी. इसी दौरान रमेश तौरानी ने पूछा कि किस म्यूज़िक डायरेक्टर के साथ काम करना चाहेंगे. उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन उन्होंने बताया कि उन्हें अपनी फिल्म के लिए थोड़े गांव के फील वाला लेकिन इंटरनेशनल फ्लेवर के गाने चाहिए. ये बड़ी अटपटी डिमांड थी'.


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इसलिए काम नहीं करना चाहते थे नुसरत


डायरेक्टर ने आगे बताया, 'फिर एक रमेश ने उनको बताया कि उन्होंने अपनी एक फिल्म के लिए नुसरत फतेह अली खान को साइन किया है. इसके बाद उन्होंने कहा कि क्या वो नुसरत के साथ काम करना चाहते हैं. मैंने जवाब दिया हां, लेकिन नुसरत साहब ने मना कर दिया. इसके बाद रमेश ने मिलन को कहा कि वो लंदन जाकर नुसरत से पर्सनली मिलें. मिलन लंदन गए और उनसे पर्सनली मिले और पूछा क्यों काम नहीं करना चाहते हैं, जिसके जवाब में 'बुरा मत मानिए, लेकिन मैं आपके साथ काम नहीं कर सकता. मेरा शऊर मेरे लिए ज़्यादा ज़रूरी है'.     



फिर ऐसे बनी बात...


उनके मना करने के बाद मिलन वहां से जाने लगे. इतने में ही नुसरत साहब ने उनसे पूछा कि उनका पसंदीदा म्यूज़िक डायरेक्टर कौन है? इसपर उन्होंने कहा, मदन मोहन. नुसरत साहब ने कहा, बाप रे बाप! उन्होंने अपने एक शागिर्द से हार्मोनियम मंगवाई. महज 4 घंटे तक अंदर उन्होंने मिलन को फिल्म के लिए 55 गाने सुनाए और कहा, 'इसमें से कोई भी 7 गाने चुन लीजिए', जिसके बाद मिलने ने देरी न करते हुए अपनी फिल्म 'कच्चे धागे' के लिए 7 गानों को चुना, जो जबरदस्त हिट हुए.