Ranbir Kapoor And Alia Bhatt: ब्रह्मास्त्र की रिलीज को हफ्ता गुजर चुका है और शुरुआती उफान भी ठंडा पड़ गया है. बॉलीवुड बायकॉट करने वाले मान रहे हैं कि उनका अभियान सफल रहा, जबकि फिल्म के निर्माता कुछ ट्रेड वेबसाइटों में बड़े-बड़े आंकड़े डाल रहे हैं. लेकिन समस्या यह है कि 400 करोड़ रुपये से ज्यादा की इस फिल्म के ग्रॉस यानी सब टैक्स-कमीनशन-खर्चे इत्यादि मिलाकर जो दुनिया भर से कलेक्शन आंकड़े आए हैं, वे अभी 300 करोड़ के कुछ ऊपर ही पहुंचे हैं. ऐसे में साफ है कि फिल्म ने अपनी लागत नहीं निकाली है और आगे की तस्वीर कुछ साफ नहीं है. उल्लेखनीय है कि कोई भी फिल्म जैसे-जैसे बढ़ते दिनों के साथ आगे बढ़ती, उसके कलेक्शन की रफ्तार धीमी पड़ जाती है. भारत में हिंदी संस्करण का कलेक्शन अभी 150 करोड़ रुपये से कुछ अधिक बताया जा रहा है.


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ये है बड़ा सवाल
अब फिल्म ट्रेड में सवाल यह उठ रहे हैं कि क्या यह फिल्म थियेटर से अपनी लागत निकाल पाएगी. यानी क्या इसका नेट कलेक्शन, सारा टैक्स-कमीशन बाकी खर्च निकाल कर क्या इतना पैसा इकट्ठा होगा कि निर्माता मुनाफे में आ जाएं. दुर्भाग्य से अगर ऐसा नहीं हो पाया तो फिर ब्रह्मास्त्र 2-देव का क्या होगा. फिल्मों के बिजनेस का गणित बताता है कि अगर निर्माता थियेटर से किसी फिल्म की लागत नहीं निकाल कर मुनाफे में नहीं आते तो उनके लिए दूसरी फिल्म में आगे बढ़ना मुश्किल होता है. हालांकि थियेटर के अलावा सैटेलाइट और ओटीटी तथा अन्य माध्यमों से जरूर उनकी रिकवरी हो जाती है. मगर असली खेल तो थियेटरों का है, वहीं से फिल्म और सितारों की लोकप्रियता पता चलती है.


ब्रह्मास्त्र की लंबी योजना
जानकारों के अनुसार ब्रह्मास्त्र पार्ट 1 का बजट बढ़ने के एक बड़ी वजह कोरोना का बीच में आना भी रहा. इससे निर्माताओं के दो-ढाई साल खराब हो गए. जबकि अगर वह पार्ट-2 बनाते हैं, तो संभावना यही है कि ऐसी कोई मुश्किल उनके सामने नहीं आएगी. ब्रह्मास्त्र-2 को 2025 में रिलीज करने की योजना निर्माता-निर्देशक ने बनाई है. यह भी हो सकता है कि निर्माताओं ने ब्रह्मास्त्र को लेकर लंबी योजना बना रखी हो, वे इसे हॉलीवुड की मार्वल सीरीज की तरह देख रहे हों, जिसमें सीक्वल के अलावा स्पिन-ऑफ यानी अलग-अलग किरदारों की कहानियों पर भविष्य में फिल्में बनाना चाहते हों. ऐसे में तात्कालिक मुनाफा नहीं भी होता है तो सीरीज में आगे चलकर उन्हें बड़े फायदे की उम्मीद हो सकती है. तब अगर ब्रह्मास्त्र पार्ट 1 शिवा अगर थियेटरों से लागत नहीं भी निकालती है तो भविष्य में फ्रेंचाइजी बना कर निर्माताओं को फायदा नजर आ सकता है. लेकिन फिलहाल यही जरूरी है कि ब्रह्मास्त्र 2 को सही ढंग से उसकी स्टारकास्ट के साथ अनाउंस किया जाए और ब्रह्मास्त्र 1 के फाइनल फिगर वास्तविक रूप में सामने आएं. तभी धुंध साफ होगी.


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