Neetu Chandra Controversy: लेस्बियन फोटोशूट से इस हीरोइन ने लगा दी थी आग, पाकिस्तानी क्रिकेटर से भी जुड़ा नाम
Connection with controversy: बॉलीवुड में कंट्रोवर्सी से अक्सर सितारों को फायदा मिलता है. लेकिन कभी कभी नुकसान भी हो जाता है. जैसा कि 2005 से 2010 तक यहां बहुत सक्रिय रहने वाले अभिनेत्री नीतू चंद्रा के साथ हुआ. कभी नीतू का करिअर ग्राफ ऊंचा जा रहा था लेकिन एक कंट्रोवर्सी ने उन्हें मैदान से बाहर कर दिया.
Lesbian Photoshoot: नीतू चंद्रा आखिरी बार हिंदी फिल्मों में 2011 में दिखी थीं. फिल्म थी, कुछ लव जैसा. जिसमें राहुल बोस उनके हीरो थे. इसके बाद नीतू ने भोजपुरी फिल्म मेकिंग में हाथ आजमाए और वहां बात नहीं बनी तो साउथ की फिल्मों की तरफ मुड़ गईं. पिछले साल उन्होंने खामोशी से हॉलीवुड में डेब्यू किया और अमेरिकी मार्शल आर्ट्स फिल्मों की नेवर बैक डाउन सीरीज की चौथी फिल्म रिवोल्ट में दिखीं. आज नीतू का जन्मदिन है. 2005 में प्रियदर्शन की अक्षय कुमार-जॉन अब्राहम स्टारर फिल्म गरम मसाला से बॉलीवुड में डब्यू करने वाली नीतू चंद्रा 2010 मुंबई में काफी सक्रिय थीं. मधुर भंडारकर की चर्चित फिल्म ट्रैफिक सिग्नल की हीरोइन के रूप में उन्हें याद किया जाता है.
सबसे बड़ी कंट्रोवर्सी
नीतू चंद्रा के बॉलीवुड करिअर में सबसे ज्यादा हंगामा तब हुआ जब उन्होंने 2009 में पुरुषों की एक पत्रिका के लिए मॉडल कृषिका गुप्ता के साथ लेस्बिनय थीम वाला फोटोशूट कराया. इन तस्वीरों में वह साथी मॉडल के साथ कामसूत्र मुद्राओं में थीं. लोगों को यह बात पसंद नहीं आई. वह दौर आज की तरह खुलेपन का नहीं था और इस फोटोशूट पर खूब हंगामा हुआ. नीतू को मोरल पुलिस से मांगनी पड़ी. तब मामला ठंड़ा पड़ा. इस फोटोशूट पर राजनीति भी हुई और बॉलीवुड के निर्माता-निर्देशकों ने उनसे दूरी बना ली. नीतू ने लेस्बियन थीम वाले फोटो शूट का बचाव करते हुए कहा कि मैं बिहारी लड़की हूं. मैंने न दूसरी मॉडल को किस किया और न हमारी बॉडी एक-दूसरे को टच कर रही थी.
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कौन मोहम्मद आरिफ
2010 में नीतू का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उछला. वह क्रिकेट मैच-फिक्सिंग के मुद्दे पर सुर्खियों आईं. यही नहीं, उनका नाम पाकिस्तानी क्रिकेटर मोहम्मद आसिफ से भी जुड़ा. इंटरपोल और स्कॉटलैंड यार्ड ने दावा किया कि नीतू ने इस क्रिकेटर को न केवल कॉल किए बल्कि कुछ संदिग्ध एसएमएस भी किए. नीतू चंद्रा ने दावा किया कि ये बातें गलत हैं और वह मोहम्मद आसिफ को नहीं जानतीं. मैच-फिक्सिंग से कोई लेना देना नहीं है.
साउथ में पंगा
साउथ में भी नीतू तब विवादों में घर गईं जब उन्होंने एक बार यह कहा कि क्यों उन्होंने तेलुगु इंडस्ट्री में काम करना बंद कर दिया. उन्होंने अपने ब्लॉग में लिखा कि फिल्म सत्यमेव जयते के दौरान अनुभव बहुत बुरा रहा. इसके हीरो राजशेखर सेट पर शराब पीकर आते थे और अपने पास गन रखते थे. मुझे बहुत डर लगता था. लेकिन जब साउथ में उनके खिलाफ आवाजें उठने लगी, तो उन्होंने यह कमेंट डिलीट कर दिया. सत्यमेव जयते के बाद वह लगातार तमिल फिल्मों में काम करती रहीं.