Guddi Maruti Movies: 1980-90 के दशक की कॉमेडी एक्ट्रेस गुड्डी मारुति इन दिनों भले ही फिल्मों से दूर हैं, मगर अचानक सुर्खियों में आ गई हैं. उन्होंने हाल के एक इंटरव्यू में बॉलीवुड (Bollywood) के कई राज खोले हैं और गोविंदा (Govinda), अक्षय कुमार (Akshay Kumar) से लेकर ममता कुलकर्णी (Mamta Kulkarni) जैसे सितारों पर खुलकर सच्चाई बयान की है. गुड्डी मारुति अपने दौर में टॉप कॉमेडियन (Bollywood Comedians) रही हैं और मोटी होने की वजह से वह लोगों को गुजरे जमाने की कॉमेडी एक्ट्रेस टुनटुन (Actress Tun Tun) की याद दिलाती थीं. रोचक बात यह है कि अब साठ पार की हो चुकीं गुड्डी मारुति एक दौर में एयर होस्टेस (Air Hostess) बनना चाहती थीं परंतु वह नहीं बन सकीं. मगर फिल्मों में काम करने से उन्हें कोई नहीं रोक सका.


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कम उम्र में शुरुआत
गुडुडी मारुति के पिता मारुती परब 1960-70 के दौर  हिंदी फिल्मों के जाने माने निर्देशक और एक्टर थे. उनकी भी पहचान कॉमेडियन के तौर पर थी. गुड्डी मारुति की मां कमल भी एक्ट्रेस थीं. जब गुड्डी मारुति कम उम्र थीं, तब पिता चल बसे और उन्होंने परिवार को चलाने के लिए नियमित रूप से फिल्मों में काम शुरू किया. वह मोटी थीं और उन्हें कॉमिक रोल ही मिलते थे. उनका असली नाम ताहिरा परब था. परंतु जब उनका फिल्मों में नाम रखने की बारी आई, तो निर्देशक मनमोहन देसाई ने उन्हें गुड्डी मारुति नाम दिया.


मारुती की बेटी
असल में गुड्डी ताहिरा के प्यार का नाम था. फिल्मी दुनिया में सब उन्हें मारुती की बेटी के नाम से जानते थे. जब वह बड़ी होकर फिल्मों में काम करने लगीं तो मनमोहन देसाई (Manmohan Desai) ने उनका नाम गुड्डी मारुति रख दिया. 1980 में आई सौ दिन सास के से गुड्डी मारुती ने बॉलीवुड में डेब्यू (Bollywood Debut) किया. यह राज बब्बर (Raj Babbar) की भी पहली फिल्म थी, जिसमें उन्हें पर्दे पर टाइटल में क्रेडिट मिला था. सौ दिन सास के के बाद गुड्डी मारुति की अगली बड़ी फिल्म मनमोहन देसाई की नसीब थी. इसके बाद वह फिल्मों में जम गई और उन्हें लगातार काम मिलता रहा.


बन सकती थीं हीरोइन
कई लोगों ने बाद में गुड्डी मारुति से कहा कि वह अपना डायटिंग से वजन कम कर लें तो वह हीरोइन भी बन सकती हैं. मगर निर्माता-निर्देशकों ने उन्हें वजन नहीं कम करने दिया. उन्हें लगातार काम मिल रहा था और वह फिल्मों में अचानक अपना फिगर नहीं बदल सकती थीं. गुड्डी मारुति खाने की भी शौकीन थीं. उन्हें मोटापे और कॉमिक टाइमिंग की वजह से तमाम बड़े सितारों के साथ फिल्में मिल रही थीं. ऐसे में अंततः उन्होंने तय किया कि वह जैसी हैं, वैसी ही रहेंगी. काम करती रहेंगी. बचपन में स्कूल में सहपाठियों द्वारा चिढ़ाए जाने पर गुस्सा होने वाली गुड्डी मारुति ने समय के साथ खुद पर हंसना शुरू कर दिया. कमल हासन, रजनीकांत, गोविंदा, ऋषि कपूर, अक्षय कुमार, श्रीदेवी, धर्मेंद्र, जितेंद्र से लेकर वह अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) की अनेक फिल्मों में आईं. 


ट्रक में खाना
गुड्डी मारुति अपने पर हंस लेती थीं, इसलिए उनके कॉमेडी सीन भी बढ़िया बनते थे. मिथुन चक्रवर्ती (Mithun Chakraborty) की फिल्म त्रिनेत्र में उनका खाने-पीने से जुड़ा सीन काफी चर्चित हुआ था. जिसमें वह अपनी सहेलियों के साथ रेस्तरां में खाने का ऑर्डर दे रही हैं. वह कहती हैं: ट्वेल्व चिली चिकन, ट्वेल्व चिकन मंचूरियन, ट्वेल्व चिकन फ्राइड राइस एक ट्वेल्व चिकन हाक्का नूडल्स.... तब ऑर्डर ले रहे लक्ष्मीकांत बेर्डे उनसे कहते हैं: यह खाना आपके लिए... और बाकी लड़कियों के लिए... खाना ट्रक में भेजूं क्या! इस बीच मारुति गुड्डी ने मुंबई के एक बिजनेस मैन से शादी की. फिल्मों के बाद गुड्डी मारुति ने टीवी सीरियलों में भी काम किया. परंतु कोरोना के दौरान उन्होंने खुद को ऐक्टिंग से दूर कर लिया. कोरोना के बाद उन्होंने वापसी की और आखिरी बार वह पिछले साल फिल्म मिस्टर मम्मी में नजर आई थीं.