आपको याद है रजनीकांत की पहली `हीरो` वाली मूवी, जानते हैं कितनी मिली थी फीस?
Bollywood Retro: दिग्गज अभिनेता रजनीकांत ने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत 1975 में की थी. साउथ सिनेमा में एंट्री लेने के बाद उन्होंने कई साल तक ढेरों फिल्में बतौर सपोर्टिंग एक्टर बनकर की, लेकिन जब उन्हें बतौर हीरो पहला ब्रेक मिला तो इसके बाद से उनका सफर आजतक नहीं थमा है. स्टारडम की उनका चुनौतियों से भरा रहा, लेकिन आज वह सिर्फ साउथ ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के एक बड़े स्टार बन गए हैं.
Bollywood Retro: सुपरस्टार रजनीकांत को आज किसी परिचय की जरूरत नहीं हैं. फिल्म इंडस्ट्री में पिछले 4 दशकों में उनका सफर बेहद शानदार रहा है. विलेन और सपोर्टिंग भूमिकाओं के साथ अपने करियर की शुरुआत करने के बावजूद रजनीकांत ने तेजी से खुद को लीड हीरो के रूप में स्थापित किया. लीड हीरो के रूप में रजनीकांत की स्क्रीन पर उपस्थिति फैन्स का दिल आज भी जीत लेती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि बतौर हीरो रजनीकांत की पहली फिल्म कौन सी थी और इसके लिए उन्हें कितनी फीस मिली थी?
रजनीकांत (Rajinikanth) ने अपना फिल्मी करियर 1975 में के बालाचंदर की फिल्म 'अपूर्वा रागांगल' के साथ शुरू किया था. अपने फिल्मी करियर के दौरान 170 से भी ज्यादा फिल्मों में काम करने वाले रजनीकांत का सफर हालांकि आसान नहीं रहा था. उनका सफर स्टारडम नहीं, बल्कि कई चुनौतियों के साथ शुरू हुआ था. उन्हें शुरुआत में विलेन या सपोर्टिंग भूमिकाए निभाने का ही मौका मिला था.
'भैरवी' में आए पहली बार बने नायक
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक खबर के मुताबिक, रजनीकांत के शुरुआती करियर में एक महत्वपूर्ण पल तब आया, जब उन्हें 1978 में फेमस राइटर कलैगनम की फिल्म 'भैरवी' में मुख्य भूमिका निभाने का मौका मिला. इस फिल्म से पहले रजनीकांत सपोर्टिंग रोल ही कर रहे थे, लेकिन कलैगनम ने उन्हें नायक के तौर पर देखा और यह एक फैसला था, जिसने रजनीकांत के करियर की दिशा को एक नई उड़ान दे दी थी.
लीड रोल मिलने की खबर पर नहीं था रजनीकांत को यकीन
लीड रोल मिलने की खबर में रजनीकांत को भी हैरान कर दिया था, क्योंकि वह सपोर्टिंग रोल की ही उम्मीद कर रहे थे. चेन्नई के रोयापेट्टा में दोस्तों के साथ रहते हुए, रजनीकांत को शुरू में कलैगनम के ऑफर पर संदेह था. हालांकि, जब उन्हें पता चला कि नायक की भूमिका के लिए उनके नाम पर विचार किया जा रहा है तो उन्हें अपने सामने अवसर का महत्व समझ आया. ऐसे में एक्टर के रूप में फीस के बारे में उन्होंने अपने दोस्त नटराज पर भरोसा किया.
फिल्म के लिए रजनीकांत ने मांगे 50,000 रुपये
इसी दौरान रजनीकांत को पता चला कि उन्हें अपनी पिछली फिल्मों में बहुत कम वेतन मिल रहा था. लीड एक्टर के तौर पर इस बार रजनीकांत ने फीस के तौर पर 50,000 रुपये की मांग की. इसके साथ ही उन्होंने 5,000 रुपये एडवांस में मांगे. रजनीकांत को लगा कि वह अब वापस नहीं आएंगे, लेकिन वह अगले दिन 5000 रुपये एडवांस लेकर आए और उन्हें 'भैरवी' के लिए साइन कर लिया. यह उस वक्त रजनीकांत के लिए बहुत बड़ी बात थी और उनके करियर में भी अहम साबित हुई.