ना सलमान, ना माधुरी, ना टफी...हम आपके हैं कौन में सबसे मुश्किल थी इस किरदार की कास्टिंग; यूं किया फाइनल
Hum Apke Hain Koun Interesting Facts: साल 1994 की ब्लॉकबस्टर हिट फिल्म थी हम आपके हैं कौन. जो आज भी हर किसी की फेवरेट है. ढेर सार किरदारों से सजी इस फिल्म की कास्टिंग यूं तो आसान थी लेकिन एक किरदार को चुनने में मेकर्स को खूब पसीना बहाना पड़ा था.
Hum Apke Hain Koun Unknown Facts: साल 1994 हिंदी सिनेमा के लिए बेहद खास रहा. क्योंकि इस साल रिलीज हुई एक ऐसी साफ सुथरी फिल्म जिसे देखने के लिए लोगों का हुजूम ऐसा उमड़ा जिसके बारे में किसी ने कभी कल्पना नहीं की थी. माधुरी दीक्षित (Madhuri Dixit), सलमान खान (Salman Khan), अनुपम खेर (Anupam Kher), रीमा लागू (Reema Lagoo) और बिंदू (Bindu) जैसे ना जाने कितने ही सितारों से सजी थी हम आपके हैं कौन (Hum Apke Hain Koun). पूरी तरह पारिवारिक और बेहद भावुक कर देने वाले विषय पर बनी फिल्म ने लोगों के होठों पर हंसी ला दी तो साथ ही उनकी आंखें भी नम की.
फिल्म का एक-एक किरदार दिल से लिखा गया था और उन्हें निभाने वाले कलाकारों का चयन भी काफी सोच समझकर हुआ था. प्रेम के रोल में सलमान खूब जचे तो चुलबुली सी निशा बनकर माधुरी ने दिल धड़का दिए. वही फिल्म में दिखे टफी के तो क्या ही कहने. लेकिन क्या आप जानते हैं कि किस किरदार की कास्टिंग मेकर्स के लिए सबसे मुश्किल थी? जी नहीं..ना ही सलमान, ना माधुरी और ना टफी. बल्कि कोई और था जिसे चुनने में काफी मशक्कत करनी पड़ी थी.
पूजा भाभी के किरदार के लिए बहाया पसीना
ये फिल्म का अहम किरदार था. भले ही लीड रोल प्रेम और निशा का था लेकिन देखा जाए तो फिल्म की आधारशिला इस पूजा नाम के कैरेक्टर पर ही टिकी थी. पूजा का रिश्ता, शादी, दोनों परिवार का मिलना, बच्चे का जन्म और फिर पूजा की मौत के बाद पैदा हुई परिस्थितियां सब कुछ इसी पर टिका था. जितना अहम ये किरदार था उतनी ही मुश्किल थी इसकी कास्टिंग. क्योंकि मेकर्स को कुछ ऐसा चाहिए था जो इस रोल के लिए परफेक्ट हो. साथ ही नए चेहरे की तलाश भी थी. लेकिन किस्मत देखिए एक ही दिन में तीन लोगों ने सूरज बड़जात्या को रेणुका शहाणे का नाम सजेस्ट किया. ये देख निर्देशक भी हैरान रह गए लिहाजा उन्होंने रेणुका का स्टेज प्ले देखा और ऑडिशन के बाद उन्हें फाइनल कर दिया. वहीं रेणुका को ये रोल एक और वजह से मिला और वो थी उनकी मुस्कान जो इतनी मासूम और खूबसूरत थी कि इस रोल में काम कर गई.
टफी की कास्टिंग में हुई थी दिक्कत
ये बात शायद ही कोई जानता होगा कि फिल्म में टफी के किरदार में दो अलग-अलग डॉग दिखे है. जो चुपचाप बैठने या लेटने वाले सीन है वो एक डॉग ने किए और चलने, फिरने और भागने वाले सीन दूसर डॉग ने.