Janhvi Kapoor Remake Films: बॉलीवुड में रीमेक फिल्में एक के बाद एक फ्लॉप हो रही हैं, लेकिन निर्माता-निर्देशक हैं कि अपनी आदत से बाज नहीं आ रहे. हर हफ्ते बॉक्स ऑफिस पर करोड़ों गंवाने के बाद भी हिंदी के निर्माता-निर्देशक ओरीजनल कहानियां ढूंढने के बजाय हॉलीवुड, साउथ और दूसरी भाषाओं की रीमेक फिल्मों की भेड़चाल में धंसे हुए हैं. यह बात कोई और नहीं कह रहा, बल्कि खुद जाह्नवी कपूर के बयान से सामने आई है. इन दिनों मलयालम फिल्म हेलन के अपने हिंदी रीमेक के प्रचार में लगी जाह्नवी ने अपने करियर की शुरुआत मराठी की सुपरहिट फिल्म सैराट की हिंदी रीमेक धड़क से की थी. उनकी पिछली फिल्म गुड लक जैरी भी साउथ की कोलामावू कोकिला की हिंदी रीमेक थी, जो ओटीटी पर रिलीज हुई. मिली जाह्नवी के करीब आधा दर्जन फिल्मों के करियर की तीसरी रीमेक है.


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कुछ तो चुनना ही होगा
जब जाह्नवी से पूछा गया कि क्या रीमेक फिल्में उनकी अपनी पसंद हैं या फिर जो उनके पास आता है, वह उसमें से ही चुनती हैं. तब जाह्नवी ने कहा कि मैं आपको बॉलीवुड की एक बहुत रोचक बात बताती हूं. सच तो यह है कि आज के हालात में मेरे पास पिछले सात-आठ महीनों में जो 20 फिल्मों के ऑफर आए, उनमें से 12 फिल्में हिंदी में रीमेक के लिए लाई गई थीं. उन्होंने बताया कि मेरे पास जो भी ऑफर आए उनमें से कुछ सीधे रीमेक के थे, कुछ में कहा गया कि फिल्म से इंस्पायर होकर रीमेक करेंगे. कुछ प्रोड्यूसर-डायरेक्टर तो किसी फिल्म के रीमेक की पार्ट 2 को हिंदी में बनाने का आइडिया लेकर आए. जाह्नवी ने कहा कि अब अगर आपके पास ऐसी ही फिल्में आएंगी तो आप कितनी ही ओरीजनल फिल्म की तलाश करें, आपकी चॉइस में कुछ रीमेक फिल्में तो आ ही जाएंगी.


ये है घर की बात
वास्तव में जाह्नवी का बयान बताता है कि वह अकेली ऐसी एक्ट्रेस नहीं हैं, जिनके पास रीमेक फिल्मों के ऑफर हैं. लगभग यही स्थिति सारे एक्टरों के साथ हैं. उनके सामने चुनने के लिए निर्माता-निर्देशक रीमेक के ही विकल्प ज्यादा रखते हैं. रोचक बात यह है कि खुद जाह्नवी के पिता बोनी कपूर बॉलीवुड के प्रोड्यूसर हैं. वह अब तक साउथ की करीब नौ फिल्मों रीमेक हिंदी में कर चुके हैं. अपनी बेटी को लेकर इस बार मिली वही प्रोड्यूस कर रहे हैं.



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