फिल्म में थे अमिताभ-शाहरुख जैसे बड़े सितारे, फिर भी हो गई फ्लॉप, मगर करण जौहर को दे गई फायदा, जानें कैसे
Kabhi Alvida Naa Kehna Movie: करण जौहर के लिए `कभी अलविदा ना कहना` काफी अहम फिल्म थी. उनके पिता के गुजरने के बाद उनकी ये पहली फिल्म थी जिसमें बड़े बड़े स्टार्स थे. लेकिन बॉक्स ऑफिस पर ये कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाई थी. इसके बावजूद ये डायरेक्टर के करियर के लिए अहम फिल्म बनी.
अब हैडलाइन पढ़कर सोच रहे होंगे कि भला ऐसा कौन सी फिल्म थी जिसमें इतने बड़े बड़े सुपरस्टार थे और वो फ्लॉप हो गई. अगर फिल्म पिट भी गई तो करण जौहर को फायदा कैसे हो गया. तो ये किस्सा है 'कभी अलविदा ना कहना' फिल्म का. जिसे करण जौहर ने डायरेक्ट किया था. ये फिल्म डायरेक्टर के लिए काफी इमोशनल कर देने वाली थी. क्योंकि पिता यश जौहर के गुजरने के बाद उनकी फिल्म सिनेमाघरों में आई थी. चलिए बताते हैं फिल्म पिटने के बाद भी करण जौहर को कैसे ये फायदा दे गई.
करण जौहर की 'कभी अलविदा ना कहना' की 18वीं सालगिरह है. इस मौके पर उन्होंने पोस्ट भी किया.जहां उन्होंने बताया कि ये फिल्म कैसे उनके दिल के करीब है. फिल्म की कास्ट में अमिताभ बच्चन, शाहरुख खान, प्रीति जिंटा, रानी मुखर्जी, अभिषेक बच्चन और अर्जुन रामपाल जैसे थे. फिल्म की कहानी भी काफी इमोशनल कर देने वाली थी. अब सबसे पहले ये बताते हैं कि करण जहौर ने 18वीं एनिवर्सरी पर क्या कहा.
'कभी अलविदा ना कहना' को लेकर क्या कहा
करण जौहर ने वीडियो में कहा कि 'कभी अलविदा ना कहना' बनाना केवल इसलिए संभव हो पाया क्योंकि कलाकारों का हर सदस्य एक दोस्त और परिवार जैसा था. उन्होंने कैप्शन में एक लंबा नोट भी लिखा, ' फिल्म 'कभी अलविदा ना कहना' मेरा अब तक का सबसे अच्छा फैसला था. इस फिल्म ने मुझे न केवल मेरे बेहतरीन कलाकारों के साथ बेहतरीन समय गुजारने का मौका दिया, बल्कि इसने मुझे ऐसी कहानियां कहने का हौसला भी दिया जिनको लेकर मैं आश्वस्त था. ईमानदारी से कहें तो पूरी स्टार कास्ट मेरे लिए एक परिवार की तरह थी, जिन पर मैंने अपने विश्वास को टिकाए रखा, उन रिश्तों के बारे में जो ज़िंदगी की तरह ही उलझे हुए थे, लेकिन खूबसूरत थे? कभी अलविदा ना कहना के 18 साल पूरे होने पर शुभकामनाएं.''
ऐसे करण जौहर के लिए यादगार है 'कभी अलविदा ना कहना'
फिल्म 'कभी अलविदा ना कहना' फिल्म मेकर करण जौहर के लिए एक जुनूनी प्रोजेक्ट था. उनके पिता यश जौहर के निधन के बाद निर्देशक के रूप में यह उनकी पहली फिल्म थी. फिल्म बेशक बॉक्स ऑफिस पर एवरेज साबित हुई हो लेकिन करण जौहर को इसी प्रोजेक्ट ने हिम्मत दी. वह कॉन्फिडेंट हो पाए कि वह खुद इतनी बड़ी बड़ी फिल्में अपने दम पर बना सकते हैं और सुपरहिट भी हो सकते हैं.
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फिल्म हिट नहीं हुई तो क्या गाने तो सुपरहिट रहे
रिलीज होने के बाद यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर असफल रही. भारतीय दर्शक इसकी कहानी और टूटी हुई शादियों के विषयों से जुड़ नहीं पाए. इस फिल्म को अपने समय से आगे की फिल्म माना गया. मगर जहां तक फिल्म के कलाकारों के बात है, उनका अभिनय इसमें बेहतरीन था. फिल्म को इसके सदाबहार संगीत के लिए भी याद किया जाता है. एल्बम रिलीज होने के 18 साल बाद भी फिल्म के गाने इंस्टाग्राम पर ट्रेंड करते हैं.
इनपुट:एजेंसी