Kishore kumar Biography: जिंदगी में कुछ लोग अफलातूनी होती हैं हरकतों से भी और जीने के अंदाज से भी. हिंदी सिनेमा के मशहूर गायक किशोर कुमार (Kishore Kumar) भी उन्हीं शख्सियतों में से एक थे जिन्होंने जिंदगी को अपनी और सिर्फ अपनी शर्तों पर जीया. बेहद शरारती और हरफनमौला..क्योंकि सिर्फ सिंगिंग का ही हुनर नहीं था किशोर दा में बल्कि वो एक बेहतरीन एक्टर भी थे और एक्टिंग भी करते थे कमाल की. फिर चाहे कॉमेडी हो या फिर कोई गंभीर अदाकारी. लेकिन बेहद जिद्दी थे किशोर. एक बार जो कुछ ठान लेते तो फिर अपनी मनवाकर ही छोड़ते. उनकी जिद के कई किस्से खूब मशहूर है. इनमें से एक जुड़ा है फिल्म नमक हलाल से. 


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1984 में रिलीज हुई थी फिल्म नमक हलाल. जिसका एक गाना था इंतहा हो गई इंतजार की...इस फिल्म में अमिताभ शराबी के रोल में थे. लिहाजा गाने में भी उन्हें वही भूमिका अदा करनी थी. लेकिन किशोर कुमार का मानना था कि वो शराब पीते नहीं तो भला गाने में वो फीलिंग कैसे आएगी. तभी उनके दिमाग की बत्ती जली और उन्होंने अपना आइडिया सभी को सुना दिया. उन्होंने कहा कि शराबी कभी सीधा खड़ा हो ही नहीं सकता. लिहाजा अगर वो इस गाने को लेटकर गाते हैं तो उनकी आवाज में वैसा ही भाव आएगा जैसा एक शराबी की आवाज में आता है. हालांकि उन्हें ऐसा ना करने के लिए समझाया भी गया पर किशोर दा तो जिद्दी थे ठान लिया था और वो ये करकर ही माने. आखिरकार स्टूडियो में टेबल लाई गई जिस पर किशोर कुमार लेटे और फिर लेटकर ही इस गाने की रिकॉर्डिंग की. 


अमिताभ-मिथुन के लिए गाने से कर दिया था इंकार
भले ही इन दोनों ही स्टार्स के लिए किशोर कुमार ने खूब गाने गाए लेकिन एक वक्त ऐसा भी आया कि उन्होंने इनके लिए गाने से साफ इंकार कर दिया था. मिथुन के लिए ना गाने का फैसला उनका निजी थी. दरअसल, किशोर कुमार की तीसरी शादी योगिता बाली से की थी लेकिन 2 साल में ही ये रिश्ता टूट गया. इसके बाद योगिता ने मिथुन चक्रवर्ती संग शादी की. इस रिश्ते से वो खफा रहे और नाराज होकर मिथुन दा के लिए गाना ना गाने का फैसला ले लिया. 



वहीं अमिताभ बच्चन से भी वो नाराज हो गए थे. हुआ ये कि कि किशोर दा ने अपनी फिल्म ममता की छांव में अमिताभ बच्चन से गेस्ट अपीयरेंस की रिक्वेस्ट की थी जिसे बिग बी ने ठुकरा दिया. इससे वो इस कदर आहत हुए कि उन्होंने अमिताभ बच्चन की आवाज बनन से ही इंकार कर दिया और कई सालों तक अपनी जिद पर कायम रहे.   



घर के बाहर लिखवाया था ‘किशोर से सावधान’
ऐसा करने वाले भी इकलौते किशोर ही थे. जिन्होंने अपने घर के बाहर बोर्ड पर लिखवा डाला कि किशोर से सावधान. इतना ही नहीं कहा जाता है कि एक बार जब डायरेक्टर पैसे देने उनके घर पहुंचे थे तो पैसे तो उन्होंने ले लिए लेकिन जब हाथ मिलाने की बारी आई तो उन्होंने निर्देशक के हाथ पर काट लिया. ये देख वो हैरान रह गए. तब हंसते हुए उन्होंने कहा था कि बाहर बोर्ड नहीं देखा जिस पर लिखा था किशोर से सावधान.