नई दिल्ली: अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा हमेशा अपने मन की बात सुनने के लिए जानी जाती हैं, लेकिन उनका मानना है कि ट्रोलिंग के महिमामंडल से कलाकारों पर अत्यधिक दवाब बढ़ गया है. उनका मानना है कि ट्रोलिंग के बढ़ते चलन से सिर्फ धमकी तथा अवसाद ही पैदा होता है. प्रियंका ने एक इंटरव्यू में कहा कि सबसे पहले, दवाब लोगों की राय से आती है और इस बात से कि आज के समय में किस तरह प्रत्येक व्यक्ति की राय एक खबर बन जाती है. 


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प्रियंका ने कहा कि ज्यादातर, मैं मीडिया को ट्रोलिंग के बारे में लिखते देखती हूं कि कोई व्यक्ति इस बात के लिए ट्रोल हुआ, उसके लिए ट्रोल हुआ. मुझे यह कभी समझ में नहीं आया कि किसी व्यक्ति की राय खबर कैसे हो सकती है. मीडिया आखिर कैसे कुछ 500-600 या 1000 लोगों के विचारों को इतना महत्व देता है, जिनकी कोई साख नहीं है. 


'इजंट इट रोमांटिक' में काम करना प्रियंका चोपड़ा के लिए इसलिए था बड़ा टास्क! जानिए वजह...


प्रियंका ने अपनी हॉलीवुड फिल्म 'इजंट इट रोमांटिक' फिल्म के बारे में बात करते हुए स्वीकार किया कि डिजिटल दुनिया में जीने के दवाब हैं. उनकी यह फिल्म भारत में स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर रिलीज हो चुकी है. उन्होंने कहा, 'यह दवाब हमारे खुद के या हमारे प्रशंसकों द्वारा नहीं दिया जाता. यह सिर्फ इंटरनेट ने दिया है. इसने लोगों का काम आसान कर दिया है. आप किसी भी इंसान के बयान से खबर बना सकते हैं. 



'क्वांटिको' स्टार का मानना है कि ट्रोलिंग के महिमामंडन से कलाकारों पर अत्यधिक दवाब आ गया है. प्रियंका खुद सोशल मीडिया पर कभी अपने कपड़ों या पिछले साल गायक निक जोनस के साथ अपनी शादी पर आतिशबाजी करने को लेकर ट्रोलर्स के गुस्से का शिकार हो चुकी हैं. 


(इनपुट : IANS)


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