Rajendra Kumar Haunted Bungalow: 60 और 70 का दशक हिंदी सिनेमा में राजेंद्र कुमार (Rajendra Kumar) के नाम रहा. लेकिन उनके लिए बॉलीवुड में नाम कमाना इतना आसान नहीं था. जब वो मुंबई आए थे उस वक्त जेब में सिर्फ 50 रुपये थे और वो 50 रुपये भी राजेंद्र को अपनी घड़ी बेचकर मिले थे जो उनके पिता ने दी थी. करियर की शुरूआत में राजेंद्र कुमार ने उस दौर के मशहूर डायरेक्टर एचएस रवैल के साथ असिस्टेंट का काम किया. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तब राजेंद्र को 150 रुपये सैलरी मिलती थी.


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इस फिल्म से की शुरूआत


राजेंद्र कुमार ने साल 1950 में फिल्म 'जोगन' से अपना बॉलीवुड डेब्यू किया जिसके बाद उन्होंने कभी पलट कर नहीं देखा. हालांकि, शुरूआत में उनकी फिल्में ज्यादा नहीं चलीं लेकिन जब उन्होंने मुंबई के कार्टर रोड पर बंगला खरीदा तो राजेंद्र की किस्मत का सितारा एकदम से चमक उठा. लेकिन आगे चलकर उन्होंने अपना घर राजेश खन्ना को बेच दिया था. इसके बाद राजेश खन्ना ने भी अपने करियर में एक के बाद एक लगातार 15 हिट फिल्में दीं. 


कहलाता था भूत बंगला


आपको बता दें कि राजेंद्र कुमार के बंगले को भूत बंगला बुलाया जाता था जिसे बाद में राजेश खन्ना ने खरीदा था. दरअसल, जब राजेंद्र कुमार ने इस घर को खरीदा को शुरू में सब ठीक था लेकिन बाद में उनकी फिल्में फ्लॉप होने लगीं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, फिर उन्होंने ये बंगला राजेश खन्ना को 60 हजार रुपये में बेच दिया. काका ने अपने घर का नाम आशीर्वाद रखा. उनके साथ भी वैसे ही हुआ जैसा राजेंद्र कुमार के साथ हुआ. पहले काका यानी राजेश खन्ना की फिल्में भी खूब चली और उनका जादू लोगों के सर चढ़कर बोलने लगा. लेकिन धीरे-धीरे उनका दौर भी खत्म हो गया.  आपको बता दें कि राजेश खन्ना ने अपनी जिंदगी के आखिरी दिन इसी बंगले में गुजारे थे. मीडिया रिपोर्ट्स की मुताबिक, राजेश खन्ना के निधन के बाद इस बंगले को मशहूर बिजनेसमैन शशि करण शेट्टी ने खरीदा था जिसके लिए उन्होंने 90 करोड़ रुपए दिए थे. 


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