हीरो ने दार्जिलिंग तो हीरोइन ने मुंबई के स्टूडियो में दिए सीन, आखिर क्यों `मेरे सपनों की रानी` में एक्टर्स ने साथ नहीं की शूटिंग?
Rajesh Khanna-Sharmila Tagore: `आराधना` फिल्म का गाना `मेरे सपनों की रानी` राजेश खन्ना ने अकेले दार्जिलिंग में शूट किया था. इस गाने की शूटिंग के समय शर्मिला टैगोर वहां मौजूद नहीं थीं. आइए, यहां जानते हैं आखिर आइकॉनिग गाने की शूटिंग के समय दोनों एक्टर्स साथ क्यों नहीं थे.
Rajesh Khanna and Sharmila Tagore Mere Sapno ki Rani: राजेश खन्ना का एक्टर से स्टार बनने का सफर साल 1969 में आई फिल्म 'आराधना' ने पूरा किया था. 'आराधना' में राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) और शर्मिला टैगोर की जोड़ी इतनी पसंद की गई थी कि इसके बाद दोनों एक्टर्स ने कई फिल्मों में साथ काम किया. 'आराधना' की कहानी के साथ-साथ फिल्म के गाने भी दर्शकों को खूब पसंद आए. इस फिल्म का 'मेरे सपनों की रानी' तो आज भी लोगों की जुबां पर चढ़ा हुआ है. जी हां...'मेरे सपनों की रानी', जिसमें राजेश खन्ना और सुजीत कुमार जीप में और शर्मिला टैगोर (Sharmila Tagore) ट्रेन में दिखाई देती हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं इस गाने की शूटिंग के दौरान दोनों राजेश खन्ना और शर्मिला टैगोर साथ तो क्या, एक शहर में भी नहीं थे.
राजेश खन्ना और शर्मिला टैगोर ने अलग-अलग की शूटिंग!
एंटरटेनमेंट रिपोर्ट्स के मुताबिक, शर्मिला टैगोर (Sharmila Tagore Movies) ने अपने एक इंटरव्यू में बताया था कि इस गाने की शूटिंग उन्होंने मुंबई के स्टूडियो में की थी. वहीं राजेश खन्ना (Rajesh Khanna Films) और सुजीत कुमार ने अपने हिस्सा का गाना दार्जिलिंग जाकर फिलमाया था. इंटरव्यू में शर्मिला ने बताया था कि जब इस गाने की शूटिंग होनी थी तब वह किसी और फिल्म की शूटिंग में बिजी थीं और दोनों की डेट्स क्लैश हो रही थीं. वहीं अगर उस समय गाने की शूटिंग नहीं होती तो बाद में राजेश खन्ना (Rajesh Khanna Aradhana) की डेट्स मिलना मुश्किल था. ऐसे में राजेश खन्ना और सुजित कुमार ने बिना शर्मिला टैगोर के दार्जिलिंग जाकर गाना शूट कर लिया. जबकि शर्मिला ने अपने हिस्से के सीन स्टूडियो में ही पूरे किए.
महज 80 लाख में बनी थी फिल्म!
रिपोर्ट्स के मुताबिक, राजेश खन्ना और शर्मिला टैगोर (Rajesh-Sharmila Movie) की हिट फिल्म का बजट महज 80 लाख रुपए थे. वहीं जब 'आराधना' सिनेमाघरों में रिलीज हुई तो कमाई के सभी रिकॉर्ड टूट गए थे. कहा जाता है कि उस दौर में आराधना ने बजट से सात गुना ज्यादा कमाई की थी. वहीं इस फिल्म के बाद राजेश खन्ना का स्टारडम अपनी पीक पर पहुंच गया था.