मुंबई: दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) के पारिवारिक सूत्रों के मुताबिक सीबीआई (CBI) और बिहार पुलिस के सामने उन्होंने सुशांत सिंह की ऑटोप्सी रिपोर्ट को लेकर शक जाहिर किया है. परिवार के सूत्रों के मुताबिक सुशांत सिंह की पोस्टमार्टम रिपोर्ट कहती है कि उनकी मौत Asphyxia यानी दम घुटने से हुई है. इस मामले में head skull को पूरी तरह ओपन किया जाना चाहिए था, जिससे Scalp के इंटरनल एग्जामिनेशन के बाद Sub Scalp Layers का एग्जामिनेशन किया जाना चाहिए था, जिससे किसी भी तरह की इंजरी का पता चलता है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

स्कल बोन्स (Skull Bones) के एग्जामिनेशन से किसी भी तरह के फ्रैक्चर का पता चलता है. इस पूरे एग्जामिनेशन के बाद स्टैंडर्ड प्रोसिजर (Standard Procedure) के तहत scalp की स्टिचिंग की जाती है, जबकि सुशांत सिंह की इन तस्वीरों को देखकर ऐसा बिल्कुल नहीं लग रहा है कि सुशांत सिंह की पूरी ऑटोप्सी (Autopsy) की गई हो.


पारिवारिक सूत्रों का आरोप है कि इसके साथ ही 8 जून को जब दिशा सालियान ने सुसाइड की, तो 9 जून को पहले दिशा का कोविड-19 का स्वाब टेस्ट (Swab Test) किया गया था. जिसकी रिपोर्ट 11 जून को आई और तब जाकर दिशा का पोस्टमार्टम किया गया. 9 जून से लेकर 11 जून तक दिशा की बॉडी को मोर्चरी में रखा गया था, लेकिन 14 जून को सुशांत सिंह की सुसाइड के बाद उसी रात 11 बजे सुशांत सिंह का पोस्टमार्टम कर दिया गया. जबकि सुशांत सिंह के कोविड टेस्ट की रिपोर्ट बाद में आई. जब एक ही शहर है, एक ही BMC है तो दो अलग-अलग मामलो में अलग-अलग नियम कैसे हो सकते हैँ.



एंटरटेनमेंट की और खबरें पढ़ें