नई दिल्ली: यहां के इंडिया हैबिटेट सेंटर में ताइवान फिल्मोत्सव 2018 का अयोजन 10 से 17 सितंबर के बीच होगा. फिल्म महोत्सव में भारतीय दर्शकों को पुरस्कार विजेता पांच ताइवानी फिल्मों के अलावा राजनीतिक व्यंग, समलैंगिकता, घोस्ट कल्चर, प्रवासी मजूदरों समेत कई मुद्दों पर डॉक्यूमेंट्री भी दिखाई जाएंगी.


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महोत्सव की शुरुआत में 'द विलेज ऑफ नो रिटर्न' दिखाई जाएगी. इसके बाद 'स्मॉल टॉक', 'द टैग-अलांग', 'द साइलंट टीचर' का प्रदर्शन होगा. महोत्सव के अंत में 'द रोड टू मंडलेय' दिखाई जाएगी.


जारी बयान के अनुसार, समारोह के सह-आयोजक भारत में ताइपे आर्थिक व सांस्कृतिक केंद्र (टीईसीसी) का मानना है कि भारतीय दर्शक ताइवान की विविधतापूर्ण संस्कृति के बारे में गहरी समझ रखते हैं और इसकी प्राकृतिक व सामाजिक सुंदरता व मनोरंजन उद्योग में विकास से अवगत हैं.


महोत्सव में सभी फिल्मों को इंग्लिश सब टाइटल के साथ दिखाया जाएगा. फिल्म दिखाने के लिए कोई फीस नहीं रखी गई है और सीट 'पहले आओ, पहले पाओ' के आधार पर उपलब्ध होंगे.