चेन्नई: तमिल सिनेमा के महानायक रजनीकांत ने रविवार (1 अक्टूबर) को कहा कि सिनेमा जगत में कमाई गयी शोहरत से राजनीति में पहचान बनाने में बहुत ज्यादा मदद नहीं मिलती और इस बात पर जोर दिया कि राजनीतिक जीवन में सफलता सुनिश्चित करने के लिए इन विशेषताओं से इतर भी कुछ चाहिए. रजनीकांत ने कहा कि उनके समकालीन कमल हासन को संभवत: पता है कि वह चीज क्या है लेकिन शायद वह उनके साथ यह राज साझा नहीं करना चाहते हैं. दोनों अभिनेता यहां दिवंगत अभिनेता शिवाजी गणेशन के एक स्मारक के उद्घाटन समारोह में शिरकत करने आए थे. उपमुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम ने स्मारक का उद्घाटन किया.


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रजनीकांत ने अपने दावे को मजबूत करने के लिए दिवंगत अभिनेता का उदाहरण देते हुए कहा कि वह बेहद लोकप्रिय होने के बावजूद राजनीति में सफल नहीं हो पाए थे. उन्होंने कहा, ‘‘शिवाजी (गणेशन) ना केवल सिनेमा बल्कि राजनीति के लिहाज से भी एक सीख छोड़ गए. उन्होंने अपनी राजनीतिक पार्टी शुरू की, अपने निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़े और हार गए. यह उनका अपमान नहीं था बल्कि उस निर्वाचन क्षेत्र के लोगों का अपमान था.’’  रजनीकांत ने कहा, ‘‘इसलिए संदेश यह है कि राजनीति में सफल होने के लिए (सिनेमा में हासिल की गयी) शोहरत एवं प्रभाव काफी नहीं हैं. इससे इतर भी कुछ है... मुझे नहीं पता कि वह क्या है.’’ 


उन्होंने कमल हासन की तरफ संकेत करते हुए कहा, ‘‘अगर उन्हें उस चीज का पता भी हो, वह मुझसे वह साझा नहीं करेंगे.’’ तमिलनाडु में सिने जगत की हस्तियों के राजनीति में प्रवेश करने और एक मुकाम हासिल करने का पुराना इतिहास रहा है. गणेशन के समकालीन एम जी रामचंद्रन ने ना केवल अन्नाद्रमुक का गठन किया था बल्कि बाद में राज्य के मुख्यमंत्री भी बने. इसी तरह जयललिता ने भी फिल्मों से राजनीति में प्रवेश किया था.