Bollywood Biopic Films: भारत में राइटर की कोई बायोपिक बने, इसके चांस बहुत कम होते हैं. बॉलीवुड में तो और भी कम. बीते कई वर्षों में अगर किसी राइटर की चर्चित बायोपिक बनी है, तो वह हैः मंटो (2018). जिसमें नवाजुद्दीन सिद्दिकी ने सआदत हसन मंटो का लीड रोल निभाया था. आम तौर पर खिलाड़ियों, राजनेताओं, एक्टरों या फिर इतिहास के नायक-नायिकाओं पर ही फिल्में बनती हैं. परंतु अब एक प्रसिद्ध लेखक की बायोपिक बनाने की तैयारी हो रही है. यह प्रसिद्ध लेखक हैं, रस्किन बॉन्ड. फिल्म का निर्देशन निरंजन अयंगर करेंगे. जबकि फिल्म में रस्किन बॉन्ड का रोल निभाने के लिए विक्रांत मैसी को चुना गया है. यह फिल्म रस्किन बॉन्ड के जीवन को सामने लाएगी.


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लिखना ही जीवन
रस्किन बॉन्ड भारत के सबसे लोकप्रिय लेखकों में से एक हैं. वह अंग्रेजी में लिखते हैं परंतु देश-विदेश की तमाम भाषाओं में उनकी किताबों का अनुवाद हो चुका है. बच्चों के लिए वह 69 किताबों सहित 500 से अधिक कहानियां, निबंध और उपन्यास लिखे चुके हैं. उनका जन्म 1934 में कसौली, हिमाचल प्रदेश में हुआ था और उनका बचपन जामनगर, देहरादून और शिमला में बीता. वह 17 साल की उम्र में इंग्लैंड चले गए. जहां 1956 में उनका पहला उपन्यास, द रूम ऑन द रूफ प्रकाशित हुआ. इसके लिए उन्हें जॉन लेवेलिन राइस पुरस्कार मिला. वह 1958 में भारत लौट आए और मसूरी में बस गए. तब से वह यहीं रहते हुए लिख रहे हैं. साहित्य अकादमी पुरस्कार, पद्म श्री, पद्म भूषण जैसे पुरस्कार मिल चुके हैं.


राइटिंग से डायरेक्शन
निरंजन अयंगर कल हो ना हो, कभी अलविदा ना कहना, माई नेम इज खान, स्टूडेंट ऑफ द ईयर, ऐ दिल है मुश्किल और धड़क जैसी फिल्मों के स्क्रिप्ट और डायलॉग राइटिंग जैसे काम से जुड़े हैं. वह रस्किन बॉन्ड की बायोपिक से निर्देशन में डेब्यू कर रहे हैं. विक्रांत मैसी ने बीते कुछ सालों में ऐक्टिंग में अपनी खास पहचान बनाई है. टीवी से शुरुआत के बाद वह पहली बार 2013 में फिल्म लुटेरा में दिखे. इसके बाद दिल धड़कने दो, हाफ गर्लफ्रेंड, ए डेथ इन द गंज और छपाक जैसी फिल्मों में उन्होंने अहम भूमिकाएं निभाई. मिर्जापुर और ब्रोकन बट ब्यूटीफुल जैसी वेब सीरीजों से उन्हें लोकप्रियता मिली. जल्द ही वह विधु विनोद चोपड़ा की 12वीं फेल लीड रोल में नजर आएंगे.