Actress Controversy: इस साल फिल्म पुष्पा से चारों तरफ हंगामा मचाने वाली दोनों सुंदर हीरोइनें मुश्किल दौर से गुजर रही है. पुष्पा की प्रेमिका श्रीवल्ली के रूप में दर्शकों दिल जीतने वाली रश्मिका मंदाना ने साउथ में कर्नाटक फिल्मों के दर्शकों को नाराज कर दिया है. वहीं पुष्पा के आइटम डांस उं अंतावा मावा से तमाम लोगों को झुमाने वाली सामंथा रूथ प्रभु की नई फिल्म कानूनी पचड़े में पड़ गई है. दोनों एक्ट्रेस को पुष्पा से जबर्दस्त लोकप्रियता मिली थी, परंतु उसके बाद का समय इनके लिए खास नहीं रहा है. रश्मिका ने पुष्पा की सफलता के बाद फिल्म गुड बाय से बॉलीवुड में डेब्यू किया. मगर फिल्म नाकाम रही. जबकि सामंथा लगातार बीमारी का शिकार रही हैं. उन्होंने लंबा समय अस्पताल में गुजारा है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

सब हुए नाराज, होगा बायकॉट
हाल में रश्मिका मंदाना तब विवादों में फंस गई जब उन्होंने एक इंटरव्यू दिया. इस इंटरव्यू में उन्होंने बतौर एक्टर अपने सफर पर बात की और बताया कि वह कैसे फिल्मों में आई, कैसे उन्हें ब्रेक मिला. इस बातचीत में मंदाना ने ब्रेक देने वाले परमवह स्टूडियो (कन्नड़ प्रोडक्शन हाउस) का नाम लिया. इसी हाउस की फिल्म किरिक पार्टी (2016) में वह अपने पूर्व बॉयफ्रेंड और एक्टर रक्षित शेट्टी के साथ नजर आई थीं. मंदाना ने इंटरव्यू में कहा, ‘एक प्रोडक्शन हाउस से मुझे कॉल आया था.’ उनकी इस बात ने कर्नाटक के फिल्म प्रेमियों को नाराज कर दिया है. उनका कहना है कि रश्मिका अपनी जड़ों को अपमान कर रही हैं. फिल्म प्रेमी ही नहीं, इन दिनों कन्नड़ फिल्म कांतारा से देश भर में लोकप्रियता की लहर पर सवार निर्देशक-एक्टर रिषभ शेट्टी भी रश्मिका की इस टिप्पणी से नाराज हैं. उन्होंने कहा है कि वह भविष्य में कभी रश्मिका के साथ काम नहीं करेंगे. यह भी चर्चा चल पड़ी है कि कन्नड़ थियेटर मालिक तथा कन्नड़ फिल्म संगठन भविष्य में रश्मिका की फिल्मों को अपने यहां बैन कर सकते हैं.


केस मानहानि का
दूसरी तरफ सामंथा रूथ प्रभु अपनी ताजा रिलीज यशोदा के लिए मुश्किल में हैं. हैदराबाद के एक अस्पताल ने फिल्म यशोदा के निर्माताओं तथा सामंथा के विरुद्ध मानहानि का केस दर्ज कराया है. उसने दावा किया है इस फिल्म में अस्पताल को गलत ढंग से दिखाया गया, जिससे उनकी बदनामी हुई है. फिल्म यशोदा में सरोगेसी से मां बनने वाली सामंथा हैदराबाद के ईवीए सरोगेसी क्लीनिक में भर्ती होती हैं. यहां पर ऐसी घटनाएं सामने आती हैं, जिनमें सरोगेसी की अवैध गतिविधियों का पता चलता है. अस्पताल ने कहा कि मेकर्स ने उनके नाम का गलत इस्तेमाल किया है और इससे उनकी प्रतिष्ठा को धक्का पहुंचा है. शुरुआती मामले में हैदराबाद सिविल कोर्ट ने क्लीनिक के पक्ष में फैसला देते हुए यशोदा की ओटीटी रिलीज पर 19 दिसंबर तक के लिए रोक लगा दी है.


पाठकों की पहली पसंद Zeenews.com/Hindi, अब किसी और की जरूरत नहीं