Gurmeet Choudhary Birthday: तंगी में काटे स्ट्रगल के दिन, 16 साल पहले बने `टीवी के राम` और घर-घर में बनाई पहचान
Gurmeet Choudhary Tv Show: गुरमीत चौधरी आज अपना 40वां जन्मदिन सेलिब्रेट कर रहे हैं. आइए, इस मौके पर जानते हैं टीवी के हाईएस्ट पेड एक्टर्स में शुमार गुरमीत के बारे में कुछ बातें...
Gurmeet Choudhary Struggle Days: 16 साल पहले गुरमीत चौधरी ने 'रामायण' सीरियल में भगवान राम की भूमिका निभाकर लाखों-करोड़ों फैंस बना लिए थे. इस टीवी शो के बाद एक्टर की किस्मत पलट गई और वह टीवी के मोस्ट पॉपुलर और हाईएस्ट पेड एक्टर्स की फेहरिस्त में शुमार हो गए. लेकिन क्या आप जानते हैं गुरमीत चौधरी (Gurmeet Choudhary) ने अपने स्ट्रगल के दिन खूब तंगी में गुजारे हैं. एक समय ऐसा था जब गुरमीत महज 40 रुपए में अपने पूरे दिन का खर्चा चलाया करते थे.
खूब तंगी में गुजारे हैं गुरमीत ने स्ट्रगल के दिन!
गुरमीत चौधरी (Gurmeet Choudhary Tv Shows) की पत्नी देबिना चौधरी ने कुछ समय पहले यूट्यूब पर एक वीडियो शेयर किया था. जहां गुरमीत और देबिना ने अपने पुराने घर से लेकर पुराने दिनों के बारे में बात की थी. गुरमीत ने वीडियो में बताया था कि जब वह पहली बार मुंबई आए थे तो उन्हें और उनके पिता को नहीं पता था कि एक्टर बनने के लिए क्या करना होता है. वह लोग अचानक ही मुंबई आ गए और कैंट एरिया में एक गेस्ट हाउश में रुके. गुरमीत ने बताया था कि इस गेस्ट हाउस का किराया 30-40 रुपए था. वह कैंट एरिया से बस लेते और कोलाबा स्टेशन जाते और फिर वहां ट्रेन लेकर अंधेरी-बांद्रा जाया करते थे.
40 रुपए में काटते थे एक दिन!
गुरमीत (Gurmeet Choudhary Struggle Days) ने बताया था- उन्हें एक दिन का खर्चा 40 रुपए मिलता था, जिसमें 6 रुपए बस का टिकट, 9 रुपए ट्रेन क एक साइड का टिकट होता था और उतना ही वापसी के लिए बचता. मां टिफिन देती थीं लेकिन अगर ज्यादा भूख लग जाए तो उन्हीं पैसों में मैनेज करना होता था. गुरमीत ने अपने वीडियो में बताया था कि वह एक दिन में 4-5 ऑडिशन देने का टारगेट लेकर चलते थे, लेकिन कहीं से भी उनके पास बुलावा नहीं आता था. यह दौर चार साल तक चलता रहा.
'टीवी के राम' बनकर मिला पहला ब्रेक
गुरमीत चौधरी (Gurmeet Choudhary Ramayan Serial) को रामायण सीरियल से पहला ब्रेक मिला था. इस सीरियल में गुरमीत ने भगवान राम का किरदार निभाया था. इस सीरियल के बाद गुरमीत की किस्मत ऐसी चमकी कि उन्होंने फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा.