Hindu Population: 2050 तक हिंदू बनेंगे दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आबादी, इंडिया में सबसे ज्यादा होंगे मुस्लिम
Muslim Population: मुस्लिमों में उच्च प्रजनन दर के कारण 2050 तक इंडोनेशिया को पछाड़कर भारत सबसे अधिक मुस्लिम आबादी वाला देश हो जाएगा.
Pew Research Center: पिछले दिनों आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने आबादी बढ़ाने की अपील करते हुए कम से कम तीन बच्चे पैदा करने की वकालत की थी. उन्होंने कहा था कि वर्तमान जनसंख्या में गिरावट आ रही है, जो चिंता का विषय है. जनसंख्या विज्ञान कहता है कि जब किसी समाज की जनसंख्या जन्मदर 2.1 से नीचे चली जाती है तो वह समाज पृथ्वी से खत्म हो जाता है. उसे कोई नहीं मारेगा बल्कि कोई संकट होने पर वह समाज खुद ही नष्ट हो जाता है. उसी प्रकार अनेक भाषाएं और समाज नष्ट हो गये.
इस पृष्ठभूमि में यदि भारतीय आबादी की बात की जाए तो हिंदुओं में जन्मदर प्रति महिला औसतन 2.5 शिशु हैं. ईसाईयों में 2.3 और मुस्लिमों में 3.2 है. आंकड़ों के मुताबिक इस वक्त भारत में तकरीबन 96 करोड़ हिंदू और 17 करोड़ मुस्लिम हैं. यानी भारत की कुल आबादी में 79.8 प्रतिशत हिंदू और 14.2 फीसदी मुस्लिम हैं. प्यू रिसर्च सेंटर की एक स्टडी के मुताबिक 2050 तक हिंदू दुनिया की तीसरी बड़ी आबादी बन जाएंगे.हिंदू आबादी बढ़कर उस वक्त तक भारत में बढ़कर एक अरब तीन करोड़ हो जाएगी. हर चार में से तीन लोग हिंदू ही होंगे. 2050 तक हिंदुओं की पूरी दुनिया की आबादी में कुल हिस्सेदारी 14.9 प्रतिशत होगी. इसके बाद चौथे स्थान पर 13.2 प्रतिशत के साथ ऐसे लोग होंगे जो किसी भी धर्म से संबद्ध नहीं हैं. उस अवधि तक पूरी दुनिया में हिंदुओं की आबादी में 34 प्रतिशत की बढ़ोतरी का अनुमान व्यक्त किया गया है.
मुस्लिमों में उच्च प्रजनन दर के कारण उस अवधि तक इंडोनेशिया को पछाड़कर भारत सबसे अधिक मुस्लिम आबादी वाला देश हो जाएगा. भारत में मुस्लिम आबादी 31 करोड़ होगी जो पूरी दुनिया के मुस्लिमों का 11 फीसद होगा. सबसे बड़े मुस्लिम देशों इंडोनेशिया, पाकिस्तान, बांग्लादेश, नाइजीरिया के कुल मुस्लिमों से भी ज्यादा भारत में हिंदुओं की आबादी होगी. भारत में ईसाई आबादी अभी कुल जनसंख्या का 2.5 प्रतिशत है. इसके 2050 तक घटकर 2.3 प्रतिशत रहने का अनुमान है.
तेजी से बढ़ेगी मुस्लिम जनसंख्या
इस वक्त आबादी के लिहाज से दुनिया में सबसे ज्यादा ईसाई धर्म को मानने वाले लोग हैं. दूसरे नंबर पर इस्लाम धर्म का नाम है. मुस्लिमों में उच्च प्रजनन दर के कारण प्यू रिसर्च सेंटर की रिपोर्ट के मुताबिक इस्लाम दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाला धार्मिक समूह है. यदि यही जनसंख्या रुझान रहे तो इस सदी के अंत तक मुस्लिम आबादी, ईसाईयों की संख्या से अधिक हो जाएगी. प्यू रिसर्च सेंटर के मुताबिक 2010 तक दुनिया में 1.6 अरब मुस्लिम थे. 2050 तक ये आबादी बढ़कर 2.8 अरब हो जाएगी. सबसे ज्यादा तकरीबन 72 प्रतिशत मुस्लिम आबादी एशिया प्रशांत क्षेत्र में रहती है. वैसे यूरोप में भी मुस्लिम आबादी बढ़ रही है. अनुमान के मुताबिक 2050 तक कुल यूरोपीय आबादी में मुस्लिमों की आबादी 10 फीसद तक होगी. लैटिन अमेरिका और कैरेबियाई देशों को छोड़कर दुनिया के हर क्षेत्र में मुस्लिम आबादी बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है.