Malaysia`s New King: बाइकिंग का जुनून, गोल्डेन जेट के मालिक... कौन हैं मलेशिया के नए राजा सुल्तान इब्राहिम इस्कंदर
Who Is Sultan Ibrahim: दुनिया की सबसे बड़ी राजशाही प्रणालियों में से एक मलेशिया (Malaysia) के 13 राज्यों में से नौ का नेतृत्व पारंपरिक जातीय मलय शासक करता है. आमतौर उन्हें सुल्तान के नाम से जाना जाता है. ब्रिटेन से आज़ादी के बाद मलेशिया में संवैधानिक राजतंत्र (Monarchy) की स्थापना हुई थी.
Sultan Ibrahim Iskandar Profile: दक्षिण पूर्व एशिया में बुधवार को एक और देश की सत्ता में बदलाव सामने आया है. मलेशिया के दक्षिणी राज्य जोहोर के बेहद अमीर और मुखर शासक सुल्तान इब्राहिम ने नेशनल पैलेस में एक सांस्कृतिक समारोह में देश के नए राजा (Malaysia's New King) के रूप में शपथ ली. मलेशिया में राजतंत्र की एक अनोखी चक्रीय व्यवस्था प्रचलित है. इसमें देश के नौ शाही परिवारों के मुखिया बारी-बारी से पांच साल के शासनकाल के लिए राजा बनते हैं.
मलेशिया में लंबे समय तक राजनीतिक अस्थिरता से ताकतवर हुई राजशाही
मुस्लिम बहुल मुल्क मलेशिया में बड़े पैमाने पर राजशाही ही शासन की औपचारिक भूमिका निभाती है, लेकिन लंबे समय तक राजनीतिक अस्थिरता और हाल के वर्षों में यह अधिक असरदार हो गई है. इसके दौरान राजा ने विवेकाधीन शक्तियों का शायद ही कभी इस्तेमाल किया है. आइए, जानते है कि मलेशिया के नए और 17वें राजा सुल्तान इब्राहिम कौन हैं? इसके अलावा उनसे जुड़ी कुछ दिलचस्प जानकारियों से भी रुबरू होते हैं.
मलेशिया के नए राजा सुल्तान इब्राहिम इस्कंदर कौन है? क्या है खासियत
मलेशिया के नए राजा 65 वर्षीय सुल्तान इब्राहिम इस्कंदर साल 2010 से दक्षिणी राज्य जोहोर के शासक हैं. जोहोर में उनकी सल्तनत 16वीं शताब्दी से देखी जा सकती है. जोहोर एकमात्र सल्तनत है जिसे 1957 में मलेशिया की आजादी से पहले मलय संघ में शामिल होने के लिए राज्य के समझौते के हिस्से के रूप में अपनी निजी सेना बनाए रखने की इजाजत थी. इसलिए मलेशिया के नए राजा के पास अपनी प्राइवेट आर्मी भी है. मलेशिया में राजशाही को बड़े पैमाने पर राजनीति से ऊपर माना जाता है.
300 लग्जरी गाड़ियों के बेड़े में हिटलर से तोहफे में मिली कार भी शामिल
मलेशिया के किंग सुल्तान इब्राहिम बेहतर शासन से जुड़े अपने विचारों के लिए जाने जाते हैं. उन्होंने कहा कि उनके मलेशिया के प्रधान मंत्री के साथ अच्छे संबंध हैं. सुल्तान इब्राहिम के पास लक्जरी कारों और मोटरबाइकों का एक बड़ा संग्रह है. रिपोर्ट के मुताबिक बाइक राइडिंग का जुनून रखने वाले सुल्तान इब्राहिम के पास 300 लग्जरी गाड़ियों के विशाल बेड़े में एडोल्फ हिटलर से तोहफे में मिली कार भी शामिल है. आम तौर पर जोहोर में अपने लोगों से मिलने के लिए वह हर साल मोटरबाइक राइडिंग पर निकलते हैं.
शपथ लेने के लिए कुआलालंपुर के लिए प्राइवेट जेट से ही भरी थी उड़ान
सुल्तान इब्राहिम के पास गोल्डन और ब्लू कलर की प्राइवेट जेट भी है. शपथ लेने के लिए उन्होंने प्राइवेट जेट से ही कुआलालंपुर के लिए उड़ान भरी थी. रियल एस्टेट से लेकर खनन तक उनके कारोबार बड़े पैमाने पर फैले हुए हैं. नए किंग 5.7 बिलियन यूएस डॉलर की अनुमानित दौलत के मालिक हैं. सुल्तान इब्राहिम मलेशिया के प्रमुख राजनीतिक नियुक्तियों की देखरेख के अलावा सशस्त्र बलों के कमांडर इन चीफ के रूप में काम करेंगे.
चीन और सिंगापुर के साथ हैं सुल्तान इब्राहिम इस्कंदर के कारोबारी रिश्ते
जोहोर में फॉरेस्ट सिटी नामक 100 अरब डॉलर की परियोजना विकसित करने में जुटी चीन के रियल एस्टेट डेवलपर कंट्री गार्डन के साथ जिस कंपनी ने एक पार्टनरशिप की है, उसमें सुल्तान इब्राहिम की हिस्सेदारी है. वहीं, सुल्तान ने सार्वजनिक रूप से संबंधों को मजबूत करने के लिए जोहोर और पड़ोसी सिंगापुर के बीच एक विशेष आर्थिक क्षेत्र स्थापित करने की वकालत की है. उन्होंने पिछले साल कहा था कि उन्होंने मलेशिया और बाकी राज्यों के बीच रुकी हुई हाई-स्पीड रेल परियोजना को फिर से शुरू करने की योजना बनाई है.
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ी हैं सुल्तान इब्राहिम की पत्नी, ब्रिटिश मूल की थीं मां
मलेशिया के नए किंग सुल्तान इब्राहिम इस्कंदर की ब्रिटिश मूल की थीं. सुल्तान की पत्नी का नाम जरीथ सोफिया है. खुद भी शाही परिवार नाता रखनेवाली सोफिया ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ीं हैं. सोफिया पेशे से लेखिका हैं और बच्चों के लिए कई किताबें भी लिख चुकी हैं. सुल्तान इब्राहिम और जरीथ सोफिया के पांच बेटे और एक बेटी है. रिपोर्ट के मुताबिक अपने बच्चों की पढ़ाई पर सुल्तान दंपति का खासा ध्यान रहता है.
मलेशिया में राजा कैसे चुना जाता है?
दुनिया की सबसे बड़ी राजशाही प्रणालियों में से एक मलेशिया के 13 राज्यों में से नौ का नेतृत्व पारंपरिक जातीय मलय शासक करता है. उनमें ज्यादातर को सुल्तान के नाम से जाना जाता है. ब्रिटेन से आजादी के बाद मलेशिया में संवैधानिक राजतंत्र की स्थापना हुई थी. हर पांच साल में नौ शासक गुप्त मतदान के जरिए अपने में से किसी एक को मलेशिया का राजा चुनते हैं.
सुल्तानों के बीच रोटेशन का क्रम मूल रूप से वरिष्ठता द्वारा तय किया गया था. वह इस बात पर आधारित था कि वे कितने समय से शासन कर रहे थे. लेकिन सभी शाही परिवारों द्वारा एक-एक कार्यकाल पूरा करने के बाद उस नियम को हटा दिया गया. अब वे प्रारंभिक आदेश के आधार पर बारी-बारी से काम करते हैं.
मलेशिया के राजा की शक्तियां क्या हैं?
मलेशिया के राजा बड़े पैमाने पर शासक की औपचारिक भूमिका निभाते हैं. मुस्लिम-बहुल देश में वह इस्लाम के संरक्षक के रूप में भी काम करते हैं. संघीय संविधान में कुछ अपवादों को छोड़कर राजा को प्रधानमंत्री और कैबिनेट की सलाह पर काम करने की जरूरत होती है. राजा को एक प्रधानमंत्री नियुक्त करने की इजाजत है. माना जाता है कि उसके पास संसदीय बहुमत है. ऐसी शक्ति का उपयोग 2020 तक कभी नहीं किया गया. क्योंकि प्रधानमंत्री को आम तौर पर चुनाव के माध्यम से चुना जाता है.
हाल के वर्षों में सिसिलेवार राजनीतिक झटकों ने राजशाही को बड़ी भूमिका निभाने के लिए मजबूर कर दिया है. खासकर सुल्तान इब्राहिम के पहले पहांग राज्य के अल-सुल्तान अब्दुल्ला के शासनकाल के दौरान ऐसा किया गया. अल-सुल्तान अब्दुल्ला ने पिछले तीन प्रधानमंत्रियों को नियुक्त किया है. लगातार सरकारों के गिरने के बाद पहले दो और सबसे हाल ही में साल 2022 में उन्होंने त्रिशंकु संसद वाले चुनाव के बाद अनवर को प्रधानमंत्री चुना.
राजा को दोषी को क्षमा करने का भी अधिकार
मलेशिया में राजा को दोषी व्यक्तियों को क्षमा करने का भी अधिकार है. साल 2018 में तत्कालीन राजा सुल्तान मुहम्मद वी ने यौन उत्पीड़न और भ्रष्टाचार के आरोपों में जेल में डाल दिए गए अनवर को माफ़ कर दिया. उनका कहना है कि ये आरोप राजनीति से प्रेरित थे. पिछले साल राज्य निधि एमडीबी से जुड़े भ्रष्टाचार के आरोप के बाद जेल में डाल दिए गए पूर्व प्रधान मंत्री नजीब रजाक ने भी शाही माफी के लिए आवेदन किया है. हालांकि फिलहाल यह पता नहीं चला है कि नजीब के अनुरोध की नए राजा द्वारा समीक्षा की जाएगी या नहीं.