Share Market: शेयर मार्केट के निवेशकों में डर का मौहाल है. लगातार गिर रहे बाजार में निवेशकों में खौफ का माहौल बना दिया है. बीते हफ्ते की गिरावट इस हफ्ते भी जारी है. इस हफ्ते तीन कारोबारी दिनों में घरेलू शेयर बाजार में गिरावट का सिलसिला जारी है. विदेशी संस्थागत निवेशकों की पूंजी निकासी का दवाब बाजार झेल नहीं पा रहा है. बिकवाली हावी होने से बीचे दो दिनों में निवेशकों को 13 लाख करोड़ से अधिक का नुकसान हो चुका है. हर किसी से मन में सवाल है कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि शेयर बाजार उठ ही नहीं पा रहा है.  कब तक ये गिरावट जारी रहेगी ? इस गिरावट के पीछे की वजह क्या है ?  


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क्यों लगातार गिर रहा शेयर बाजार  


शेयर बाजार में गिरावट के पीछे कई कारण हैं, जो निवेशकों को हर दिन लाखों करोड़ों का झटका दे रहे हैं. बाजार जानकारों की माने तो कंपनियों की मुनाफे में गिरावट के चलते शेयर बाजार में मुनाफावसूली दिख रही है. कमजोर नतीजों ने बाजार को निराश किया है. शेयरों में भारी डाउनग्रेडिंग देखने को मिली है. बिकवाली हावी होने से बाजार में गिरावट देखने को मिली है. 


विदेशी निवेशकों ने किया निराश  


इस गिरावट के पीछे जो सबसे बड़ी वजह है वो है विदेशी निवेशकों की ओर से की जाने वाली बिकवाली. इस महीने विदेशों निवेशकों ने बाजार से रिकॉर्ड बिकवाली की है.  अक्टूबर महीने में अब तक विदेशी निवेशक बाजार से 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक की बिकवाली कर चुके हैं. ये शेयर बाजार के इतिहास में एक महीने में की गई सबसे बड़ी निकासी है.  


किस प्रेशर में है भारत का बाजार 


ग्लोबल मार्केट में लगातार दवाब बना हुआ है. बाजार में प्रेशर की स्थिति है. ईरान-इजरायल के बीच युद्ध और अमेरिकी चुनाव जैसे मुद्दे ग्लोबल मार्केट को प्रभावित कर रहे हैं, जिसका असर भारतीय शेयर बाजार पर भी देखने को मिल रहा है.  ग्लोबल मार्केट की स्थिति का असर बाजार के सेंटीमेंट पर पड़ रहा है. बाजार पर दवाब लगाचार बना हुआ है.  


घबराए हुए है रिटेल निवेशक 


रिटेल और एचएनआई निवेशकों में घबराहट दिख रही है. अब तक देखा गया है कि बाजार गिरने के बाद बाउंस बैक करता है. लोकसभा चुनाव के दौरान भी हमने ऐसा देखा था. हालांकि इस बार स्थिति कुछ और ही बनी हुई है. सितंबर से तो गिरावट शुरू हुई, वो अब तक रुकने का नाम नहीं ले रही है. बाजार की ये स्थिति लंबी होती दिख रही है, जो छोटे और रिटेल निवेशकों को डरा रही है.  


चीन की चाल का नहीं निकल रहा तोड़


पड़ोसी देश चीन ने हाल ही में बड़ी चाल चली है. इकोनॉमी को बूस्ट करने के लिए ड्रैगन ने बड़ा पैकेज का ऐलान किया. इस पैकेज से ड्रैगन को शेयर बाजार से जिस तेजी की उम्मीद थी वो उसे मिल गई है. लेकिन इसका असर भारतीय बाजार पर भी पड़ा. दरअसल चीन की सरकार ने अपनी अर्थव्यवस्था को संभालने के लिए 140 अरब डॉलर के पैकेज का ऐलान किया. वहीं ये भी भरोसा दिलाया कि आने वाले दिनों में एक और राहत पैकेज लाएंगे. इस राहत पैकेज के बाद से चीन के शेयर बाजार में तेजी का माहौल है. अमेरिका और यूरोप के निवेशक भारतीय बाजार से पैसा निकालकर शंघाई और हॉन्गकॉन्ग के बाजारों में लगा रहे हैं.  

क्या करें रिटेल निवेशक


बाजार में जारी गिरावट को देखते हुए खरीदारी के लालच में न आए. निवेसखों के लिए बेहतर है कि वो अभी थोड़ा इतंजार करें. मार्केट के डायरेक्शन को फिलहाल समझने की जरूरत है. जब तक बाजार अपनी दिशा में नहीं आ जाता, तब तक शेयर बाजार में जल्दीबाजी करने से बचना ही उचित रहेगा.