Dhanteras: दिवाली उत्सव शुरू हो गया है. धनतेरस दिवाली से पहले मनाया जाने वाला सबसे महत्त्वपूर्ण त्यौहार है. इस वर्ष धनतेरस 22 अक्टूबर को मनाया जाएगा. धनतेरस पर लोग नए बर्तन, सोना चांदी, हीरे के आभूषण खरीदते हैं. ऐसा मानते हैं कि इन वस्तुओं को खरीदने से घर में सुख-समृद्धि आती है. कोई भी त्यौहार बिना मिठाइयों के पूरा नहीं होता. धनतेरस के दिन भी कई तरह की मिठाइयां तैयार की जाती हैं. इस त्योहार पर इन मिठाईयों को तैयार करना शुभ माना जाता है. यहां आज हम आपको बताने वाले हैं कुछ ऐसी मिठाईयों के बारे में जिन्हें धनतेरस के दिन बनाया जाता है और मां लक्ष्मी को इन्हें भोग के रुप में भी चढ़ाया जाता है.


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लपसी 
भारत के उत्तरी और पूर्वी क्षेत्रों में धनतेरस के दिन लपसी बनाना शुभ माना जाता है. इसे आटे का हलवा भी कहते हैं. यह मीठा व्यंजन गेहूं के आटे, घी और चीनी से तैयार किया जाता है. बहुत से लोग व्यंजन को अधिक गाढ़ा बनाने के लिए उसमें पानी की जगह दूध मिलाते हैं.


बूंदी के लड्डू 
लक्ष्मी पूजन के दौरान देवी लक्ष्मी और भगवान गणेश दोनों की पूजा की जाती है. चूंकि बूंदी के लड्डू भगवान गणपति की पसंदीदा मिठाई है, इसलिए भोग के रूप में बूंदी के लड्डू भी चढ़ाए जाते हैं. धनतेरस पर बूंदी के लड्डू का भोग लगाना काफी शुभ होता है.


नैवेद्य
महाराष्ट्र में धनतेरस के दिन मां लक्ष्मी को नैवेद्य का भोग लगाया जाता है। इसमें कई अलग-अलग की चीजें होती हैं जिन्हें पहले भोग के रूप में चढ़ाया जाता है. इसके बाद इसे प्रसाद के रूप में सबको बांटा जाता है. इसे धनतेरस के दिन बनाना शुभ माना जाता है.


पंचामृत 
पंचामृत एक पवित्र पेय है जिसे दूध, दही, घी, शहद और चीनी से बनाया जाता है. इसे लक्ष्मी पूजन के दौरान भोग के रूप में चढ़ाया जाता है. पंचामृत को बनाने के लिए उपयोग की जाने वाली सभी पांच सामग्रियों का अपना महत्त्व है. पंचामृत शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है- 'पंच' जिसका अर्थ है पांच और 'अमृत' जिसका अर्थ है. हिंदू धर्म में इसे अमृत के समान पवित्र माना जाता है.


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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)