Weight Loss Tips: नाश्ते में खाएं 4 तरह की ब्रेड, जल्द कम होगा बढ़ता हुआ वजन

Bread for Weight Loss: जो लोग वजन कम करने का प्लान बनाते हैं वो अपनी डाइट से ब्रेड को अलग कर देते हैं. इसमें कार्बोहाइड्रेस्ट की मात्रा ज्यादा होती है और ये कैलोरी बढ़ाने का काम करता है. लेकिन आप ये जानकर हैरान हो जाएंगे कि सुबह के नाश्ते में 4 तरह के ब्रेड खाने से वेट लॉस में मदद मिलेगी.

ज़ी न्यूज़ डेस्क Wed, 20 Apr 2022-11:34 am,
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ब्रेड खाने से कम होगा वजन

ब्रेड को पूरी तरह छोड़ना एक बेहतर उपाय नहीं है, क्योंकि इससे वेट लॉस प्रोसेस स्लो हो सकता है. सुबह नाश्ते में ब्रेड की दो स्लाइस अंडे या सब्जियों के साथ खा सकते हैं. आज हम उन 4 तरह के ब्रेड के बारे में बता रहे हैं जिससे वजन कम किया जा सकता है.

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होल व्हीट ब्रेड (​Whole Wheat Bread)

इस तरह की ब्रेड को तैयार करने में गेंहूं का इस्तेमाल किया जाता है जिसमें इंडोस्पर्म (Endosperm), जर्म (Germ), ब्रान (Bran) पाया जाता है. ये नॉर्मल ब्रेड के मुकाबले ज्यादा हेल्दी होता है. होल वीट ब्रेड में वो न्यूट्रिएंट्स कम पाए जाते हैं जो वजन बढ़ाने के लिए जिम्मेदार होते हैं. इससे दिल की सेहत (Heart Health) बेहतर होती है और टाइप-2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes)का खतरा कम हो जाता है.

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ओट ब्रेड (Oat Bread)

ओट को हेल्दी ग्रेन माना जाता है, और इससे ब्रेड तैयार किया जाए तो शरीर को कई न्यूट्रिएंट्स मिलते हैं. इस ब्रेड को ओट्स, होल व्हीट फ्लोर, यीस्ट, पानी और नमक के जरिए तैयार किया जाता है. इसमें फाइबर, मैग्नेशियम, विटामिन बी-1, आयरन और जिंक जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं. इससे कॉलेस्ट्रॉल लेवल कम होता है जिसकी वजह से ये वजन घटाने में कारगर माना जाता है.

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होल ग्रेन ब्रेड (​Whole Grain Bread)

 कम करने के लिए होल ग्रेन ब्रेड एक बेहतरीन विकल्प है. इसे खाने से कार्डियोवस्कुलर डिजीज (cardiovascular disease) का खतरा कम हो जाता है. इस तरह की ब्रेड में फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है जिससे पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है.

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स्प्राउटेड होल ग्रेन ब्रेड (Sprouted Whole Grain Bread)

इस तरह के ब्रेड को गर्मी और नमी की मदद से तैयार किया जाता है. रिसर्च के मुताबिक स्प्राउटिंग से पोषक तत्वों की मात्रा पढ़ जाती है और ये पहले से ज्यादा हेल्दी हो जाते हैं. इस ब्रेड को खाने से न सिर्फ वजन कम होता है बल्कि क्रोनिक डिजीज का भी खतरा टल जाता है. इसके जरिए ब्लड शुगर लेवल भी कंट्रोल किया जा सकता है.

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