MP: रतलाम स्टेशन में मिल रहा पत्तों के दोनों पर खाना, रेलवे ने की ईको-फ्रेंडली पहल
रतलाम मंडल के विभिन्न स्टेशनों के स्टॉलों पर खाने की सामग्री देने के लिए पेड़ के पत्तों से बने दोनों का इस्तेमाल शुरू किया जा रहा है.
नई दिल्ली: सिंगल प्लास्टिक यूज बंद होने के बाद से लोग पर्यावरण को लेकर जागरूक हो रहे हैं और प्लास्टिक का यूज बैन कर रहे हैं. इस पहल में सरकार से लेकर आम जनता तक सब अपना योगदान दे रहे हैं. मध्य प्रदेश के रतलाम में रेलवे ने एक अच्छी शुरुआत करते हुए खाने की चीजें को पत्तों से बने दोनों में सर्व करना शुरू कर दिया है. यहां के स्टेशन की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं जिसकी लोग काफी तारीफ कर रहे हैं.
वेस्टर्न रेलवे और डीआरएम रतलाम ने अपने ट्विटर अकाउंट पर रेलवे स्टेशन की कुछ फोटोज शेयर की हैं. रतलाम मंडल के विभिन्न स्टेशनों के स्टॉलों पर खाने की सामग्री देने के लिए पेड़ के पत्तों से बने दोनों का इस्तेमाल शुरू किया जा रहा है.
भोपालः शहर की पहली महिला कुली बनीं लक्ष्मी, पति की मौत के बाद बिल्ला नंबर-13 बना पहचान
अधिकारियों ने दावा किया है कि भारतीय रेलवे और पश्चिम रेलवे जोन स्तर पर इस तरह का यह पहला प्रयोग है. डीआरएम के ट्वीट करने के बाद से ही उसपर अबतक दर्जनों कमेंट आ चुके हैं. लोग इस पहल की सराहना कर रहे हैं.
वैसे अगर आपको याद हो तो बचपन में आपने भी कहीं न कहीं इन दोनों पर खाना जरूर खाया होगा. गांव-देहात में अभी भी कई जगह दुकानों पर इन्हीं दोनों पर समोसा-पकौड़ी और चाट जैसी चीजें मिलती हैं. इनकी खास बात ये है कि दोनों पूरी तरह ईको-फ्रेंडली हैं. इस्तेमाल के बाद इन्हें जानवरों के लिए फेंक दें या फिर इन्हें सड़ा कर खाद भी बनाई जा सकती है. प्लास्टिक की तरह ये पर्यावरण और जानवरों के लिए हानिकारक नहीं हैं.