Hacking Device: हैकर्स के लिए कुछ समय पहले ही एक ऐसा डिवाइस मार्केट में उतारा गया है जो उनके लिए किसी वरदान से कम नहीं है. दरअसल ये डिवाइस खास तौर से हाकिंग के लिए ही बनाया गया है. ये आपके बड़े काम आ सकता लेकिन अब इसका इस्तेमाल गलत कामों में किया जा रहा है जिसकी वजह से ये खतरनाक बन गया है. आपको बता दें ये हैकिंग डिवाइस सिम कार्ड सपोर्ट करता है. ये किसी छोटे पावर बैंक जितने साइज का है लेकिन छोटे साइज के बावजूद भी ये बेहद खतरनाक है और अब इससे कार चोरी की घटनाएं बढ़ सकती हैं. 


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कौन सा है ये डिवाइस 


जिस डिवाइस के बारे में हम बात कर रहे हैं उसका नाम फ्लिपर जीरो है, ये एक AI साइबर-डॉल्फ़िन है जो डॉल्फिन के आकार जैसा तैयार किया गया है और एक पॉकेट साइज पोर्टेबल डिवाइस है. ये एक हार्डवेयर पीस है. ये डिवाइस असलियत में डिजिटल सिस्टम के साथ इंटरैक्ट कर सकता है और जब आप इसका इस्तेमाल करते हैं तो आप इससे GPIO पिन का इस्तेमाल करके किसी भी प्रकार के एक्सेस कंट्रोल सिस्टम, RFID, रेडियो प्रोटोकॉल और डिबग हार्डवेयर का को एक्सेस कर सकते हैं. 


फ्लिपर जीरो असल में एक हैकिंग डिवाइस है जो आपकी डेली लाइफ में इस्तेमाल होने वाले उपकरणों को कंट्रोल कर सकता है. अगर आप फ्लिपर जीरो को एक मनोरंजन का साधन मान रहे हैं तो ऐसा नहीं है क्योंकि ये हैकिंग के लिए बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया जा रहा है. ये डिवाइस कुछ ऐसे काम कर सकता है जिसका आप अंदाजा भी नहीं लगा सकते हैं. आपको बता दें कि फ्लिपर जीरो किसी भी रिमोट सिग्नल को रिकॉर्ड कर लेता है और फिर उसकी कॉपी तैयार कर सकता है. आसान भाषा में समझें तो,  अगर आपके पास एक कार है और आप रिमोट से कार को लॉक और अनलॉक करते हैं तो इस दौरान रिमोट से जो सिग्नल निकलता है वो सिग्नल फ्लिपर जीरो कॉपी कर सकता है और खुद ही कार को लॉक और अनलॉक कर सकता है. इससे कार चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया जा आरहा है.