कैसे Apple बड़ी आसानी से बेचता है अपने महंगे प्रोडक्ट्स? नहीं जानते तो यहां मिलेगा जवाब
Apple Products: अगर आपको समझ नहीं आता है कि लोग बड़ी आसानी से एप्पल के महंगे प्रोडक्ट्स कैसे खरीद सकते हैं तो आज हम आपको इसके पीछे की वजह बताने जा रहे हैं जो ग्राहकों को एप्पल प्रोडक्ट्स खरीदने के लिए रुक जाती है.
Apple Strategy to Sell Products: एप्पल के आईफोन से लेकर एप्पल लैपटॉप तक, दुनिया भर में काफी पॉपूलर है. इनकी पापुलैरिटी के पीछे इनके लुक्स और खासियतों का बड़ा हाथ है. एप्पल के प्रोडक्ट्स किसी अन्य कंपनी के प्रोडक्ट से कहीं ज्यादा महंगे होते हैं और इनमें कुछ फीचर्स मिसिंग भी होते हैं इसके बावजूद भी लोग महंगी कीमत चुकाकर इन्हें खरीदते हैं. आपको शायद अंदाजा नहीं होगा लेकिन बड़ी आसानी से अपने प्रोडक्ट बेचने वाली एप्पल आपके दिमाग के साथ खेलती है और आप उसकी इस ट्रिक का शिकार बन जाते हैं. इसके बाद आप इनके प्रोडक्ट खरीदने पर मजबूर हो जाते हैं.
साइकोलॉजिकल ट्रिक्स अपनाता है Apple
आप यकीन नहीं मानेंगे लेकिन अपने प्रोडक्ट्स को धड़ल्ले से बेचने के लिए एप्पल साइकोलॉजिकल ट्रिक्स अपनाता है, सीधे शब्दों में कहें तो Apple अपने प्रोडक्ट्स को फटाफट बेचने के लिए आपके दिमाग से खेलता है और आपको पता भी नहीं चलता है. ये बात जानने के बाद आपको शायद हैरानी होगी और आपको शायद इस पर यकीन करने में भी मुश्किल होगा लेकिन असल में ऐसा ही है. दरअसल Apple अपने स्टोर्स ओर इन ट्रिक्स को आजमाता है जिसके बारे में ज्यादातर लोगों को कानों-कान भनक तक नहीं लगती है. अगर आप इस बारे में नहीं जानते हैं तो चलिए हम आपको उदाहरण से समझाते हैं.
स्टोर पर इस ऐंगल पर रखे जाते हैं
आप अगर हाल फिलहाल में मुंबई और दिल्ली में खोले गए स्टोर्स पर गए होंगे तो आपने देखा होगा कि यहां मौजूद लैपटॉप्स को आप अपने हाथ से ओपन करते हैं तब जाकर इनके डिस्प्ले को देखा जा सकता है. दरअसल ऐसा इसलिए होता है क्योंकि लैपटॉप्स के डिस्प्ले को 76 डिग्री के अटपटे कोंण पर सेट किया जाता है, जिससे डिस्प्ले दिखती जरूर है लेकिन आपको इसे ठीक से एक्सपीरियंस करने के लिए अपने हाथ से ओपन करना पड़ता है. ये उन्हें साइकोलॉजिकल ट्रिक्स में से एक ट्रिक है.
कोई भी iPhone मॉडल इस्तेमाल कर सकते हैं यूजर्स
आपको बता दें कि एप्पल स्टोर पर सारे आईफोन मॉडल्स आपको ऐसे ही देखने को मिल जाते हैं जिन्हें आप खुद चला कर ट्राई कर सकते हैं और इन्हें अच्छी तरह से एक्सपीरियंस कर सकते हैं. ये एक और साइकोलॉजिकल ट्रिक है. दरअसल जब आप किसी स्मार्टफोन या किसी डिवाइस को अपने हाथ में लेकर इस्तेमाल करते हैं तो वो आपकी अपने डिवाइस वाली फीलिंग देता है. इसी वजह से बहुत से यूजर आईफोन को खरीदने से खुद को रोक नहीं पाते हैं.