75 साल की महिला को ग्रेजुएशन और 72 साल के बुजुर्ग को पीजी की डिग्री, कैदियों को भी मिले सर्टिफिकेट
Guwahati Open University: केकेएचएसओयू असम में हायर एजुकेशन में कुल नामांकन में लगभग 11 फीसदी का योगदान देता है.
Degree to Senior Citizens: गुवाहाटी में कृष्णकांत हांडिक स्टेट ओपन यूनिवर्सिटी (केकेएचएसओयू) के दीक्षांत समारोह में 70 साल से ज्यादा उम्र के लोगों से लेकर जेल के कैदियों तक, 10,000 से ज्यादा लर्नस ने अपनी डिग्री, डिप्लोमा और पीएचडी प्राप्त की.
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि विश्वविद्यालय के छठे दीक्षांत समारोह में कुल 10,880 डिग्रियां, डिप्लोमा और सर्टिफिकेट प्रदान किए गए, जिसमें असम के राज्यपाल और कुलाधिपति गुलाब चंद कटारिया और हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर सुषमा यादव ने हिस्सा लिया. लर्नर्स को 13 पीएचडी समेत कुल 10,880 डिग्रियां, डिप्लोमा और सर्टिफिकेट प्रदान किए गए.
डिग्री पाने वालों में 49 फीसदी फीमेल
बयान में कहा गया है कि डिग्री पाने वालों में से 49 फीसदी महिला शिक्षार्थी थीं, और 28 लोगों को पढ़ाई में शानदार प्रदर्शन के लिए गोल्ड मेडल दिया गया है. डिग्री प्राप्त करने वालों में दो सबसे बड़े लोग, चंद्र प्रभा महंत, 75 साल की महिला, जिन्होंने ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त की, और 72 साल के महेंद्र भुइयां, जिन्होंने पोस्टग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त की.
टोटल रजिस्ट्रेशन में लगभग 11 फीसदी का योगदान
इस मौके पर कटारिया ने राज्य में हायर एजुकेशन को और ज्यादा आसान बनाने के लिए केकेएचएसओयू की सराहना की. उन्होंने बताया कि केकेएचएसओयू असम में हायर एजुकेशन में कुल नामांकन में लगभग 11 फीसदी का योगदान देता है. राज्यपाल ने 'बाधाओं से परे पढ़ाई' के अपने आदर्श वाक्य को पूरा करते हुए राज्य की महिला आबादी के एक बड़े हिस्से को शिक्षा प्रदान करने के लिए यूनिवर्सिटी की सराहना की.
इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्रोफेसर यादव ने अपने भाषण में जुलाई 2023 के अकेडमिक सेशन से राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लागू करने में यूनिवर्सिटी के प्रयासों की सराहना की. उन्होंने इंडियन नॉलेज सिस्टम को अपने कोर्स के करिकुलम में शामिल करने पर जोर दिया.