Students Facing Problem Due To Heavy Snowfall: हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सो में मौसम का कड़क मिजाज स्कूली बच्चों पर भारी पड़ रहा है. लाहौल वैली में भारी बर्फबारी होने के चलते जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. सबसे ज्यादा समस्या 10वीं से लेकर जमा दो तक के स्कूली बच्चों को सामने आ रही है. हिमाचल प्रदेश बोर्ड की संचालित परीक्षाओं से पहले स्टूडेंट्स को एग्जाम सेंटर तक पहुंचने के लिए भी इम्तिहान देना पड़ रहा है.


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इसी बीच एक ऐसी खबर सुर्खियों में हैं, जिसे पढ़कर आप अपने एक साथ अंदर कई सारी भावनाओं को महसूस करेंगे. यह खबर एक ऐसे भाई के जज्बे की कहानी कहती है, जिसने अपनी बहन को एग्जाम दिलाने के लिए भारी बर्फबारी में रास्ता बनाकर सेंटर तक पहुंचाया. 


मौसम के कड़क मिजाज ने बढ़ाई परेशानी


मौसम से बदलते मिजाज के चलते लाहौल और स्पीति क्षेत्र भारी बर्फभारी से जूझ रहा है.  जिले में हुई में भारी बर्फबारी के चलते परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र पहुंचने के लिए बर्फ में चलना पड़ रहा है. क्षेत्र के हिस्सों में बर्फ जमी हुई है. स्कूलों तक पहुंचने के लिए बच्चों को कई किलोमीटर दूर बर्फीले रास्तों पर पैदल चल कर अपनी जान को जोखिम में डालना पड़ रहा है. 


जिले में हुई भारी बर्फबारी


जिले में तीन दिन तक हेवी स्नोफॉल हुआ है. दरअसल, घाटी में हिमाचल प्रदेश की बोर्ड परीक्षा 2024 के लिए 10 केंद्र बनाए गए हैं, जहां तक पहुंचने में स्टूडेंट्स को बड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है. बर्फीले रास्तों पर फिसल-फिसल कर किस तरह से बच्चे स्कूल और स्कूल से वापस घर पहुंच पा रहे हैं. इस तरह के नजारे इन दिनों घाटी में देखे जा सकते हैं. आपको बता दें कि भारी बर्फबारी के बाद घाटी में सड़कें बंद हो गई हैं, जिसके कारण लोगों को यातायात की सुविधा नहीं मिल पा रही है. 


रास्ता बनाकर भाई ने पहुंचाय परीक्षा केंद्र तक


जानकारी के मुताबिक 4 मार्च, सोमवार को जमा दो कक्षा की परीक्षा देने के लिए खंगसर की स्टूडेंट रिशिका करीब 100 सेंटीमीटर बर्फ में चार किलोमीटर चलकर परीक्षा केंद्र गोंधला पहुंचीं. रिशिका के भाई पवन ने खंगसर से लेकर गोंधला परीक्षा केंद्र तक बर्फ में रास्ता बनाया. बताया जा रहा है कि इम्तिहान दिलाने लेकर जाने के लिए पवन बहन रिशिका को सुबह करीब साढ़े पांच बजे घर से लेकर निकला और उन्हें केवल 4 किलोमीटर का रास्ता पार करने में करीब साढ़े तीन घंटे का समय लगा.