आखिरी सांस लेते वक्त भी हॉस्पिटल में कॉपी चेक करता रहा ये टीचर, तस्वीर ने किया इमोशनल
Teacher Student: एक कहानी है उस महान शिक्षक की, जिसने ज़िंदगी के आखिरी पल में भी अपने छात्रों का ख्याल रखा. उसने अपनी आखिरी सांस लेने से पहले ही अपने सभी छात्रों के पेपर चेक कर दिए.
Viral Photos: शिक्षकों का जिंदगी में कोई मुकाबला नहीं. वो न सिर्फ पढ़ाते हैं, बल्कि प्रेरित करते हैं, हौंसला बढ़ाते हैं और अपने हर शागिर्द को एक काबिल इंसान बनाने की कोशिश करते हैं. कुछ शिक्षक तो अपने छात्रों के लिए और भी ऊपर चले जाते हैं, बस उनकी खुशी और सफलता के लिए. ऐसी ही एक कहानी है उस महान शिक्षक की, जिसने ज़िंदगी के आखिरी पल में भी अपने छात्रों का ख्याल रखा. उसने अपनी आखिरी सांस लेने से पहले ही अपने सभी छात्रों के पेपर चेक कर दिए. ये सच में दिल को छू लेने वाली कहानी है. 2020 में सैंड्रा वेनेगास नाम की एक लड़की ने अपने पिताजी, जो कि एक टीचर थे, की तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर की थी.
आखिरी सांस लेते वक्त भी चेक की छात्रों की कॉपी
उस तस्वीर में टीचर साहब अस्पताल के बेड पर लेटे हुए लैपटॉप पर अपने छात्रों के पेपर चेक कर रहे थे. वो अस्वस्थ थे और उन्हें पता था कि उन्हें इमरजेंसी में ले जाया जाएगा, फिर भी वो अपने प्यारे छात्रों के बारे में सोच रहे थे. उन्होंने बड़ी मुश्किल से लैपटॉप और चार्जर साथ लिया और अस्पताल में ही हर बच्चे का पेपर चेक किया. दुख की बात है कि अगले दिन उनका इंतकाल हो गया. लेकिन उनकी कोशिश, उनका प्यार और समर्पण हमें हमेशा याद रहेगा. वो एक असली नायक थे, जिन्होंने अपने आखिरी पल में भी छात्रों का ख्याल रखा.
पोस्ट पर लोगों ने दिए कुछ ऐसे रिएक्शन
सोशल मीडिया पर इस कहानी को "नॉट सो कॉमन फैक्ट्स" नाम के एक इंस्टाग्राम पेज ने फिर से शेयर किया है. उन्होंने तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा, "संद्रा वेनेगास ने अस्पताल में अपने पिताजी के आखिरी पलों से पहले ये छू लेने वाली तस्वीर ली थी. वो जानते थे कि वो इमरजेंसी में जा रहे हैं, फिर भी एक ज़िम्मेदार शिक्षक की तरह उन्होंने अपने लैपटॉप और चार्जर लेना नहीं भूला ताकि वो अपने छात्रों के पेपर चेक कर सकें. दुख की बात है कि अगले दिन उनका निधन हो गया." पोस्ट पर एक यूजर ने लिखा, "ये कहानी हमें याद दिलाती है कि कुछ लोग कितने महान होते हैं. अपने आखिरी पल में भी वो दूसरों का ख्याल रखते हैं." एक अन्य ने लिखा, "इस शिक्षक ने ज़िंदगी और मौत की लड़ाई लड़ते हुए भी अपने छात्रों का फर्ज़ पूरा किया. उनके इस जज्बे को सलाम!"