पेट की जलन या एसिडिटी एक आम समस्या है, जिससे अक्सर लोग परेशान रहते हैं. तीखा-मसालेदार खाने से लेकर तनाव और गलत लाइफस्टाइल तक, इसकी वजहें कई हो सकती हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस परेशानी से निपटने का एक आसान और प्रभावी तरीका है? रोजाना कम से कम 30 मिनट टहलना.


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जी हां, हाल ही में हुए एक अध्ययन में पाया गया है कि नियमित रूप से टहलना एसिडिटी के लक्षणों को कम करने और भविष्य में इसका खतरा कम करने में मददगार साबित हो सकता है. इस अध्ययन में शोधकर्ताओं ने पाया कि जिन लोगों ने 12 हफ्तों तक रोजाना 30 मिनट टहलने का अभ्यास किया, उनमें एसिडिटी के लक्षणों में काफी कमी आई. इन लक्षणों में सीने में जलन, पेट फूलना, खट्टी डकार आना और बेचैनी आदि शामिल हैं.


कैसे काम करता है ये नुस्खा?
पैदल चलने से पेट की मांसपेशियों को उत्तेजना मिलती है, जिससे पाचन प्रक्रिया तेज होती है. भोजन आसानी से पचता है और पेट में एसिड का ज्यादा उत्पादन रुक जाता है. इसके अलावा, टहलने से तनाव कम होता है, जो एसिडिटी की समस्या को बढ़ाने में एक अहम कारण होता है.


टहलने का कमाल


पाचन क्रिया को बढ़ाता है
टहलने से शरीर हिलता-डुलता है, जिससे पाचन क्रिया को गति मिलती है. भोजन आसानी से पचता है और एसिड का बनना कम होता है.


पेट की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है
टहलने से पेट की मांसपेशियां मजबूत होती हैं, जिससे भोजन को नीचे की ओर धकेलने की क्षमता बढ़ती है और एसिड के वापस आने का खतरा कम हो जाता है.


तनाव को कम करता है
तनाव एसिडिटी को बढ़ा सकता है. टहलने से तनाव कम होता है और मन शांत होता है, जिससे एसिडिटी की समस्या भी कम होती है.


वजन कम करने में मदद
एसिडिटी की समस्या अक्सर मोटापे से जुड़ी होती है. टहलने से वजन कम करने में मदद मिलती है, जिससे एसिडिटी की समस्या भी कम हो सकती है.


Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.