लंबे और घने बालों का सपना हर किसी का होता है. मगर आज के समय में ऐसे बालों का होना सिर्फ सपना ही रह गया है. आदिवासी लोगों के बालों की लंबाई, मोटाई देखकर अच्छे अच्छे लोगों का दिल मचल जाता है कि काश! ऐसे खूबसूरत बाल मेरे भी हो पाते. मगर अब टेंशन लेने की जरूरत नहीं. आज हम आपको उनके इतने अच्छे बालों के पीछे का राज बताएंगे. उनके इस सीक्रेट हेयर रुटीन को फॉलो करके आप भी इनके जैसे खूबसूरत लंबे और घने बाल पा सकते हैं.


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आदिवासियों का स्पेशन फॉर्मूला


आदिवासी समुदाय जंगलों के बीच रहते हैं. इसीलिए उनका प्रकृति से खास जुड़ाव होता है. वे अपने बालों के लिए प्राकृतिक जड़ी-बूटियों और तेलों का इस्तेमाल करते हैं. इनके द्वारा इस्तेमाल की गई जड़ी बूटियों में एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन और मिनरल्स की भरपूर मात्रा पाई जाती है. आंवला, भिृंगराज, कलौंजी, अश्वगंधा, रीठा जैसे कई आयुर्वेदिक हर्ब्स की मदद से ये लोग अपने बालों की खास देखभाल करते हैं. 


 


फॉलो करें स्पेशल हेयर रुटीन


आदिवासी लोग सिर्फ अपने बालों का ही ध्यान नहीं रखते, साथ ही वे अपनी सेहत को भी अच्छे से संभालते हैं. जरूरी प्रोटीन, विटामिन्स लेकर अच्छी डाइट के साथ अंदरूनी तौर पर भी बालों को पोषण मिलता है. आप भी इनके जैसा हेयर रुटीन फॉलो कर सकते हैं. 


  • बालों में तेल लगाना: हफ्ते में दो बार बालों में तेल जरूर लगाना चाहिए. तेल को बालों में एक दो घंटे के लिए छोड़ दें. 

  • बालों को धोने की प्रकिृया: बालों को आंवला, भिृंगराज, कलौंजी, अश्वगंधा, रीठा जैसे जड़ी बूटियों की मदद से धोएं. अनुपात का ध्यान रखें.


 


क्या वाकई महीने भर में बाल जमीन को छूने लगेंगे?


यह दावा करना कि एक महीने में बाल जमीन को छूने लगेंगे, थोड़ा अतिश्योक्तिपूर्ण हो सकता है. बालों का बढ़ना एक धीमी प्रक्रिया है और यह व्यक्ति से व्यक्ति में अलग-अलग हो सकता है. हालांकि, आदिवासी फार्मूले के नियमित उपयोग से आपके बालों का विकास निश्चित रूप से तेज होगा और वे स्वस्थ और मजबूत बनेंगे.


 


क्या कहते हैं विशेषज्ञ?


विशेषज्ञों का मानना है कि प्राकृतिक उपचार बालों की देखभाल के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं. हालांकि, किसी भी फार्मूले को आजमाने से पहले किसी विशेषज्ञ से सलाह लेना जरूरी है. क्योंकि हर व्यक्ति की त्वचा और बालों का प्रकार अलग होता है और किसी एक चीज से सभी को फायदा नहीं हो सकता.


Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. Zee News इसकी पुष्टि नहीं करता है. आप कहीं भी कुछ भी इससे जुड़ा पढ़ें तो उससे पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.