Air Pollution: दिल्ली-NCR की हवा हुई जहरीली! लोगों में घुटन और आंखों में जलन की शिकायत बढ़ी
Air Pollution: दिवाली के बाद से दिल्ली-एनसीआर की हवा और खराब होती जा रही है. गुरुवार की सुबह दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स 364 पर था. लोग घुटन और आंख में जलन की शिकायत कर रहे हैं.
Air Pollution: दिल्ली एनसीआर के लोग घुटन और आंख में जलन की शिकायत कर रहे हैं. धुंध और वायु प्रदूषण ने लोगों को ताजी हवा में सांस लेने के लिए मजबूर कर दिया है. राजधानी दिल्ली में दिवाली के कुछ दिनों बाद प्रदूषण बढ़ गया है. न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, दिल्ली में गुरुवार तड़के एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 364 पर था.
लोगों ने आरोप लगाया कि सरकार द्वारा प्रतिबंध लगाए जाने के बावजूद, दिल्ली-एनसीआर में पटाखों की बड़ी मात्रा में बिक्री हुई. उन्होंने कहा कि सरकार के प्रतिबंध के बावजूद, दिवाली के बाद इतने सारे पटाखे बेचे गए, जिससे यह स्थिति हो गई. सांस लेने में इतनी कठिनाई है कि मैं सांस भी नहीं ले सकता. प्रदूषण बढ़ रहा है और आंखों में जलन हो रही है. सरकार को इसपर संज्ञान लेना चाहिए. बता दें कि राजधानी दिल्ली में सुबह 8 बजे एयर क्वालिटी इंडेक्स 364 और सुबह 7 बजे 408 था.
शहर में धुंध की चपेट में रहने से बुजुर्ग सांस की बीमारी की शिकायत कर रहे हैं. एक बुजुर्ग ने कहा कि प्रदूषण के बोझ के बीच हमें सांस लेने में दिक्कत होती है, नाक में जलन होती है. जब हम यहां सुबह की सैर के लिए आए तो पूरा इलाका स्मॉग से ढका हुआ था. वहीं, एक एनसीआर निवासी ने कहा कि सरकार बहुत सारी पाबंदियां लगा रही है, लेकिन किसी ने इसका पालन नहीं किया. हाल ही में दिवाली में, पटाखों पर प्रतिबंध के बावजूद बहुत से लोगों ने पटाखे फोड़े.
डॉक्टर ने दी गंभीर परिणामों की चेतावनी
अपोलो अस्पताल के पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. निखिल मोदी ने कहा कि स्मॉग के कारण सांस लेने में तकलीफ बढ़ रही है. उन्होंने फेफड़ों को स्वस्थ रखने के लिए इनडोर व्यायाम करने की भी सलाह दी है.
सफर (सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च) के आंकड़ों के अनुसार, मॉडल टाउन के धीरपुर में एक्यूआई 457 पर आ गया. इस एक्यूआई पर स्वस्थ लोग भी बीमार पड़ सकते हैं आईजीआई एयरपोर्ट (T3) के पास एक्यूआई आज भी 346 पर में रहा. बुधवार को इलाके में एक्यूआई 350 दर्ज किया गया था. दिल्ली में वायु प्रदूषण के बिगड़ने के साथ, दिल्ली के अधिकारियों ने अगले आदेश तक सभी निर्माण कार्य और विध्वंस गतिविधियों को रोक दिया है. राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने दिल्ली सरकार से हवा की गुणवत्ता में सुधार होने तक स्कूलों को बंद करने का आग्रह किया है.