राहुल मिश्रा/नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय, स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी आम लोगों की परेशानियों को देखते हुए बड़ी पहले करने जा रहा है. लोग शनिवार-रविवार को भी इलाज करा सकें, इसलिए अब केंद्र सरकार के अधीन आने वाले अस्पतालों में शनिवार-रविवार को भी OPD खुले रहेंगे. इससे पहले सप्ताह के दिनों में सरकारी अस्पतालों में OPD खुलते थे, जिसकी वजह से आम लोगों को काफी समस्याएं होती थीं.


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इस वजह से लिया जा रहा है फैसला
सूत्रों के मुताबिक केंद्र सरकार के अधीन वाले अस्पतालों में अब शनिवार और रविवार को OPD खोलने का फैसला किया गया है. क्योंकि, दिल्ली जैसे मेट्रो शहरों में शनिवार और रविवार को लोगों की छुट्टी होती है, लेकिन इन्हीं दिनों में केंद्रीय अस्पतालों में OPD बंद होने से लोग खुद का इलाज नहीं करा पाते थे. 


AIIMS और सफदरजंग में बढ़ाई जाएगी सुविधा
स्वास्थ्य मंत्रालय आम लोगों के स्वास्थ्य पर बढ़ते खर्चे से हो रही परेशानियों से भी राहत देने के लिए कई अहम कदम उठाने जा रहा है. इसी के तहत AIIMS और सफदरजंग अस्पताल को भी लेकर कुछ बड़े कदम उठाए जाने हैं. इन दोनों ही प्रतिष्ठित संस्थानों को आम लोगों के लिए और बेहतर बनाने और स्वास्थ्य संबंधी सहूलियतों को बढ़ाने के लिए एक नई कार्य योजना पर भी विचार किया जा रहा है. इस योजना के लागू होने से आने वाले समय में AIIMS और सफदरजंग अस्पताल के कामकाज के ढंग में कई बड़े परिवर्तन देखने को मिलेंगे. माना जा रहा है कि दोनों ही संस्थानों में आम लोगों के लिए कई तरह की सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी.  


अब रात में भी होगा पोस्टमार्टम
लोगों की परेशानियों को दूर करने के लिए उठाए जा रहे तमाम उपायों के तहत सरकार ने अब रात में भी पोस्टमॉर्टम की अनुमति देने का फैसला किया है. इससे पहले अस्पतालों में पोस्टमॉर्टम सूरज डूबने के बाद नहीं किए जाते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. वहीं, इस बारे में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया का मानना है कि जब दुर्घटना या किसी अन्य स्थिति में अंग प्रत्यारोपण जैसी जटिल प्रक्रिया भी रात के वक्त पूरी कर दी जाती है तो सुविधायुक्त अस्पतालों में पोस्टमॉर्टम क्यों नहीं किए जा सकते?


इसको लेकर स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया एक ट्वीट भी किया. इस ट्वीट में उन्होंने लिखा है मोदी सरकार ने अब अंग्रेजों के वक्त की व्यवस्था को खत्म करने का फैसला किया है. अब 24 घंटे पोस्टमॉर्टम किया जाएगा.



हालांकि, रात में पोस्टमॉर्टम कि ये व्यवस्था आत्महत्या, बलात्कार, हत्या या क्षत-विक्षत हो गए शवों के मामले में लागू नहीं होगी. इस मामले में सरकार ने जो नया प्रोटोकॉल बनाया है, उसके मुताबिक अंगदान के लिए पोस्टमॉर्टम प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा. कानूनी जरूरतों को देखते हुए और पारदर्शिता लाने के लिए पोस्टमॉर्टम की पूरी प्रक्रिया की वीडियो रिकॉर्डिंग भी की जाएगी.


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