Ligament Tear: क्रिकेटर रिषभ पंत को लिगामेंट टियर इलाज के लिए मुंबई किया गया शिफ्ट, जानें कितनी गंभीर है इंजरी
Ligament Injury Symptoms: भारतीय क्रिकेटर रिषभ पंत की घुटने और एंकल लिगामेंट में चोट आई है. जिसके इलाज के लिए उन्हें देहरादून से मुंबई ले जाया गया है. क्यों आपको पता है कि लिगामेंट इंजरी कितनी खतरनाक और आखिर कैसे ठीक होती है? आइये इस आर्टिकल में जानें सबकुछ....
Ligament Injury Symptoms: भारतीय टीम के स्टार क्रिकेटर रिषभ पंत एक भयानक कार दुर्घटना में बाल-बाल बच गए. लेकिन इस एक्सीडेंट में उनके सिर पर गंभीर चोट आई है, पीठ पर कई घाव हुए हैं, साथ ही घुटने और एंकल में लिगामेंट टियर हुआ है. यानी उनके पैर में फ्रेक्चर नहीं बल्कि लिगामेंट इंजरी हुई है. उन्हें इलाज के लिए अब देहरादून के अस्पताल से मुंबई ले जाया गया है. आपको बता दें 25 साल के रिषभ पंत जब दिल्ली से अपने गृहनगर रुड़की जा रहे थे, तब NH-58 राजमार्ग पर कंट्रोल खो बैठने से गाड़ी डिवाइडर से टकरा गई और एक्सीडेंट हो गया. इस दुर्घटना में उनकी जान तो बच गई, लेकिन उनके शरीर के कई अंगों पर गंभीर चोट आई है. रिषभ पंत को जो लिगामेंट इंजरी हुई है, वो काफी गंभीर होती है. अगर आप इसके बारे में नहीं जानते तो, ये खबर जरूर पढ़ें.
क्या होती है लिगामेंट इंजरी (What Is Ligament Injury)
स्टार क्रिकेटर रिषभ पंत को जो लिगामेंट इंजरी हुई है उसे लिगामेंट टीयर भी कहते हैं. ये एक तरह की चोट है. दरअसल, लिगामेंट फाइब्रस टिशू का एक कठोर बैंड होता है, जो दो हड्डियों को जोड़ता है. यह हड्डियों को कार्टिलेज से भी जोड़ता है. लिगामेंट काफी मजबूत होते हैं, लेकिन इसपर तेज झटका या दबाव पड़ने पर इसमें चोट आ सकती है, जिसे टियर कहते हैं. खिलाड़ियों को अक्सर इस तरह की इंजरी हो जाती है. लिगामेंट इंजरी टखने, घुटने, अंगूठे, गर्दन या फिर पीठ पर होती है.
लिगामेंट इंजरी के प्रकार (Ligament Injury Stages)
लिगामेंट इंजरी तीन तरह की हो सकती है. इसका पता X-ray या MRI से किया जाता है. इसके पहले ग्रेड में व्यक्ति के घुटने, टखनों में हल्की मोच आती है. इसमें लिगामेंट को ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचता है. वहीं दूसरे ग्रेड में चोट पार्शियल होती है. तीसरे ग्रेड में यह एक गंभीर तरह की चोट होती है. इसमें लिगामेंट पूरी तरह से टूट जाता है और व्यक्ति को असहनीय दर्द होता है.
लिगामेंट टीयर के लक्षण (Ligament Injury Symptoms)
जब किसी व्यक्ति को लिगामेंट इंजरी होती है, तो घाव वाली जगह पर छूने से दर्द होता है. मांसपेशियों में ऐंठन हो सकती है. इंजरी वाली जगह पर सूजन आ सकती है. चलने-फिरने, उठने-बैठने या फिर उस अंग को हिलाने पर काफी दिक्कत होती है. दरएसल, लिगामेंट जोड़ों को सपोर्ट करने के साथ उन्हें मजबूती देने का भी काम करता है. इसलिए इसमें चोट लगने से जॉइंट्स को मोड़ने पर काफी दर्द होता है.
लिगामेंट इंजरी का इलाज (Treatment For Ligament Injury)
इस टियर का इलाज व्यक्ति के उम्र, मोच की गंभीरता और स्वास्थ्य पर निर्भर करता है. लिगामेंट टियर में दर्द काफी होता है, तो डॉक्टर आपको पेनकिलर दवाएं दे सकते हैं. अगर इंजरी घुटने पर है, तो ब्रेस पहनने की सलाह देते हैं. वहीं सूजन को कम करने के लिए बर्फ से सिकाई फायदेमंद होती है. गंभीर मामलों में सर्जरी भी की जा सकती है.
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