सेहत के प्रति जागरूक लोगों के बीच अक्सर ये सवाल उठता है कि सुबह के नाश्ते में दलिया खाना बेहतर है या क्विनोआ. दोनों ही चीजें पोषक तत्वों से भरपूर होती हैं, लेकिन इनमें से कौन प्रोटीन का अधिक बेहतर सोर्स है? आइए, इस लेख में हम इसी सवाल का जवाब ढूंढते हैं.


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प्रोटीन शरीर के लिए एक आवश्यक पोषक तत्व है. यह मांसपेशियों के निर्माण और मरम्मत, हार्मोन के उत्पादन और एंटीबॉडी के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. 6 महीने से अधिक उम्र के वयस्कों के लिए प्रति किलो शरीर के वजन के लिए 0.8 ग्राम प्रोटीन की आवश्यकता होती है.


दलिया
दलिया गेहूं की दरदरी पीसी हुई फली है. यह भारत में एक लोकप्रिय नाश्ता है. दलिया फाइबर, आयरन, मैग्नीशियम और जिंक का एक अच्छा सोर्स है. प्रोटीन मात्रा की बात करें तो एक पका हुआ कप दलिया (लगभग 182 ग्राम) में लगभग 6 ग्राम प्रोटीन होता है.


क्विनोआ
क्विनोआ दक्षिण अमेरिका का एक अनाज जैसा बीज है. इसे अक्सर 'सुपरफूड' के रूप में जाना जाता है क्योंकि यह पोषक तत्वों से भरपूर होता है. प्रोटीन मात्रा की बात करें तो एक पका हुआ कप क्विनोआ (लगभग 185 ग्राम) में लगभग 8 ग्राम प्रोटीन होता है.


कौन सा बेहतर है?
प्रोटीन की मात्रा के लिहाज से देखें, तो क्विनोआ दलिया से थोड़ा आगे निकलता है. हालांकि, प्रोटीन ही एकमात्र कारक नहीं है.


दलिया के फायदे
* दलिया फाइबर से भरपूर होता है, जो पाचन क्रिया को बेहतर बनाने में मदद करता है.
* दलिया में ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) कम होता है, जिसका अर्थ है कि यह ब्लड शुगर लेवल को धीरे-धीरे बढ़ाता है.
* दलिया आसानी से पचने वाला होता है.


क्विनोआ के फायदे
* क्विनोआ एक संपूर्ण प्रोटीन है, जिसका अर्थ है कि इसमें सभी आवश्यक अमीनो एसिड होते हैं.
* क्विनोआ ग्लूटेन फ्री होता है, जो ग्लूटेन असहिष्णुता वाले लोगों के लिए उपयुक्त है.
* क्विनोआ में एंटीऑक्सीडेंट भी अधिक मात्रा में होते हैं.


Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.