Dementia Symptoms: डिमेंशिया एक दिमागी बीमारी है, जिसमें पीड़ित व्यक्ति मेमोरी लॉस, बोलने में दिक्कत, समस्या को सुलझाने और  सोचने की क्षमता को खो देता है. ये रोजमर्रा की जिंदगी में काफी गंभीर प्रभाव डालते हैं. अल्जाइमर डिमेंशिया का सबसे आम कारण है. विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट के अनुसार, दुनियाभर में होने वाली कुल मौत का 7वां सबसे बड़ा कारण डिमेंशिया है. यह बुजुर्ग लोगों में विकलांगता के खतरे को भी बढ़ा देता है. बताया जाता है कि डिमेंशिया के लक्षण कई सालों पहले से ही मिलने लगते हैं. इसके कुछ लक्षण नींद से भी जुड़े होते हैं.


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डिमेंशिया का नींद से संबंध
आपने अक्सर देखा होगा कि बूढ़े लोगों को सोने में बहुत परेशानी होती है.हालांकि डिमेंशिया से पीड़ित लोगों में यह परेशानी काफी ज्यादा गंभीर हो जाती है. जैसे-जैसे डिमेंशिया का लेवल बढ़ता है वैसे-वैसे नींद की समस्याएं खराब होती जाती है. हर कोई कभी ना कभी सोते वक्त बुरे सपने देखने के बाद आंखें खुल जाती है, लेकिन यह एक सामान्य बात है. यदि आप नींद में ही चिल्लाते या हाथ-पैर चलाते हैं तो यह डिमेंशिया के कारण हो सकता है.


डिमेंशिया के लक्षण


  • मेमोरी लॉस

  • ध्यान देने में कठिनाई

  • रोज के कामों को करने में दिक्कत

  • समय और जगह के बारे में भ्रमित होना

  • मूड में बदलाव


डिमेंशिया रिस्क फैक्टर
डिमेंशिया का ज्यादा खतरा बुजुर्ग लोगों को होता है. इसके अलावा, धूम्रपान, दिल की बीमारी, दिमाग में चोट, फैमली हिस्ट्री, डायबिटीज, डाउन सिंड्रोम, स्लीप एप्निया और खराब लाइफस्टाइल भी डिमेंशिया के खतरे को बढ़ा देते हैं.


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