खूब खाने के बाद भी आखिर क्यों कुछ लोगों का वजन कभी नहीं बढ़ता, यहां जानें इसका कारण
पिज्जा-बर्गर से लेकर बिरयानी और छोले-भठूरे तक- कुछ लोग कितना भी खा लें उनका वजन नहीं बढ़ता. आखिर इसका कारण क्या हो सकता है, जानने के लिए यहां पढ़ें.
नई दिल्ली: हम सभी के आसपास कोई एक ऐसा व्यक्ति जरूर होता है जो चीज बर्गर से लेकर चीज फ्राइज, पिज्जा, डोनट, बिरयानी, कबाब, कुछ भी खा ले उसका बॉडी वेट कभी नहीं बढ़ता और उसका फिगर स्लिम ट्रिम (Slim Trim) ही बना रहता है. तो वहीं, दूसरी तरफ कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो सिर्फ हेल्दी फल और सब्जियां भी खा लें तो उनका वजन तेजी से बढ़ने (Weight Gain) लगता है. ऐसे में वे लोग जिनका जमकर खाने के बाद भी वजन नहीं बढ़ता, उनसे हमें जलन होने लगती है और हम सोचने लगते हैं कि आखिर इसके पीछे का सीक्रेट क्या है?
मेटाबॉलिज्म रेट के कारण नहीं बढ़ता वजन
तो इसका जवाब है मेटाबॉलिज्म (Metabolism). जिन लोगों के शरीर में मेटाबॉलिज्म रेट तेज होता है वे सिर्फ वर्कआउट या ऐक्टिविटी के दौरान ही नहीं बल्कि आराम की स्थिति में भी शरीर में मौजूद कैलोरीज को तेजी से बर्न (Calories Burn) करते रहते हैं. हाई मेटाबॉलिज्म का मतलब ये हुआ कि उस व्यक्ति को अपने शरीर के सही वजन को बनाए रखने के लिए अधिक कैलोरीज की जरूरत होगी और यही कारण है कि जिन लोगों का मेटाबॉलिज्म रेट हाई होता है वे अधिक कैलोरी वाला भोजन खाने के बाद भी दुबले-पतले ही रहते हैं और उनका वजन नहीं बढ़ता.
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अच्छे से चबाकर खाएं, नहीं बढ़ेगा वजन
सिर्फ मेटाबॉलिज्म रेट ही नहीं बल्कि कई और कारण भी हैं जिनकी वजह से जमकर खाने के बाद भी कुछ लोगों का वजन नहीं बढ़ता उन्हीं में से एक है खाने की स्पीड. अगर आप भी दुबले-पतले लेकिन फिट रहना चाहते हैं तो भोजन करते वक्त हड़बड़ी न दिखाएं. जो लोग धीमी गति से भोजन को चबा-चबाकर (Chew Properly) खाते हैं उनका वजन अधिक नहीं बढ़ता क्योंकि इस बात की संभावना अधिक होती है कि उनका ब्रेन उनके शरीर को जल्द ही ये संकेत दे देता कि उनका पेट भर गया है. ऐसा करने से आप कम खाएंगे लेकिन पेट भरकर खाएंगे.
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वेट लॉस के लिए जरूरी है अच्छी नींद
स्ट्रेस हार्मोन कोर्टिसोल (Cortisol) भूख को बढ़ाता है और साथ ही शरीर के लिए कार्बोहाइड्रेट्स और फैट्स को पचाना मुश्किल कर देता है. अगर पर्याप्त नींद न ली जाए तो नींद की कमी की वजह (Loss of Sleep) से कोर्टिसोल हार्मोन का उत्पादन अधिक होने लगता है जिस वजह से शरीर को अधिक नुकसान पहुंचता है. इसलिए अगर आप चाहते हैं कि भरपूर खाने के बाद भी आपका वजन मेनटेन रहे, वेट गेन ना हो तो रोजाना अच्छी नींद लेना जरूरी है.
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जेनेटिक्स का भी है अहम रोल
किसी व्यक्ति का वजन बढ़ेगा या नहीं इसमें आपके जीन्स (Genes) का भी अहम रोल होता है. पीएलओएस जेनेटिक्स नाम के जर्नल में साल 2019 में प्रकाशित एक स्टडी की मानें तो करीब 250 अलग-अलग तरह के डीएनए (DNA) हैं जिनका संबंध मोटापे (Obesity) से हो सकता है. स्टडी में पाया गया कि जो लोग दुबले-पतले थे उनके शरीर में मोटापा बढ़ाने वाले जीन्स बेहद कम थे. इसके अलावा अमेरिकन काउंसिल ऑन एक्सरसाइज की मानें तो नॉन-एक्सरसाइज ऐक्टिविटी थर्मोजेनेसिस (NEAT) की मदद से मेटाबॉलिज्म को 50 प्रतिशत तक बढ़ाया जा सकता है. इसमें वैसी ऐक्टिविटीज शामिल हैं जो प्रॉपर वर्कआउट नहीं हैं- जैसे फोन पर बात करते हुए वॉक करना, बैठे हुए अपने पैरों और उंगलियों को हिला लेना आदि.
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