Mood Changes Due to Season: आपने कई बार कुछ लोगों में नोटिस किया होगा कि मौसम के बदलते ही उनके स्वभाव में भी बदलाव आने लगता है. इसे हम सीजनल एफेक्ट‍िव डिसऑर्डर यानी SAD कहते हैं जो कि एक डिप्रेशन की प्रक्रिया है. ये मौसम के बदलने पर कुछ लोगों को प्रभावित करता है. मौसम बदलने पर कुछ लोगों को दुख होने लगता है. इसके साथ ही शरीर में कमजोरी, उदासी और साथ ही मन में उलझन होती है. अक्सर ये समस्या बारिश से ठंड का मौसम आने पर देखने को मिलती है. इसे आप विंटर ब्लूज भी कह सकते हैं. आइए जानें इसका इलाज और वजह. 


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SAD एक ऐसी स्थिति है जिसमें इंसान अंदर ही अंदर परेशान रहने लगता है. हाल ही में एक ऐसा ही मामला सामने आया. जहां एक लड़की के अक्टूबर से नवंबर का महीना आते ही व्यवहार में परिवर्तन आने लगता था. ठंड की आमद जैसे ही शुरू होती थी उस लड़की को को निराशा और उदासी घेर लेती थी. मन ही मन में वह खुद को बहुत दुखी और कमजोर महसूस करती थीं. उन्होंने इस पर साइकोलॉजिस्ट से सलाह ली. 


इसपर दिल्ली के एक विशेषज्ञ ने बताया कि ऐसा डिप्रेशन के लक्षण के कारण होता है. ये असल में सीजनल एफेक्ट‍िव डिसऑर्डर यानी SAD का एक कारण है. इसे आम भाषा में विंटर ब्ल्यूज कहते हैं. उन्होंने बताया कि मौसम बदलने पर खासकर सर्दियों के आने पर लोगों को एक मानसिक विकार घेर लेता है. ये एक बुरा डिसऑर्डर. 


मौसम बदलने पर दिखते हैं ये संकेत तो हो जाएं सावधान   


1. ज्यादा या बहुत कम सोना  
2. सोशल एक्ट‍िविटी घटना या लोगों से बातचीत और कम करना 
3. हर समय उदासी या हताश रहना 
4. मूड खराब रहना, वजन अचानक घटने या बढ़ने लगे 
5. अचानक भूक लगना कम होना  
6. एनर्जी लेवल कम होना  


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