आंखों में सूखापन (Dry eyes) आपके बच्चे को असहज महसूस कराता है. वास्तव में, ड्राई आई सिंड्रोम अक्सर सुबह के समय रेतीले, किरकिरा सनसनी का कारण बनता है, जो आमतौर पर पूरे दिन को खराब कर देता है. इससे आपके बच्चे की आंखें धुंधली हो सकती हैं. ड्राई आई के अलग-अलग कारण हो सकते हैं, जैसे- शुष्क मौसम, धुआं या प्रदूषण. कई बार एलर्जी या कॉन्टैक्ट लेंस (Contact lens) भी आंखों में जलन पैदा कर सकते हैं. इसके लिए आप डॉक्टर की सलाह ले सकते हैं या फिर घरेलू नुस्खे (home remedies) भी अजमा सकते हैं.


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बच्चों की आंखों में सूखापन क्यों होता है?
ड्राई आई सिंड्रोम बच्चों की डेली गतिविधियों जैसे- पढ़ना, कंप्यूटर यूज करना और खेलना को चुनौतीपूर्ण बना सकता है. इससे कभी-कभी जलन, खुजली और चिड़चिड़ी आंखें, क्लास में ध्यान केंद्रित करने में प्रॉब्लम हो सकती है. आपके बच्चे की आंखों में सूखापन के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें से कुछ हैं-
- गंभीर एलर्जी और सूखापन आक्रामक एंटीहिस्टामाइन के कारण हो सकता है.
- कॉन्टैक्ट लेंस के पहनने से.
- कभी-कभी कंजंक्टिवाइटिस भी सूखी आंख का कारण बन सकती है.
- न्यूट्रिशन की कमी.
- स्मार्टफोन और अन्य डिजिटल उपकरणों के ज्यादा इस्तेमाल करने से.


बच्चों में ड्राई आई के विभिन्न लक्षण
- बार-बार पलकें झपकाना.
- आंखों के आसपास लाल पड़ना.
- लगातार आंख मलना.
- लाइट से दूर भागना.
- आंखों में और उसके आसपास चुभन या जलन महसूस होना.
- पढ़ने में कठिनाई, डिजिटल उपकरणों पर काम करने में दिक्कत.


आंखों में सूखापन के घरेलू उपाय
- आंखों में जलन पैदा करने वाले धुएं और अन्य चीजों से बचें.
- सुनिश्चित करें कि आपका बच्चा धूप का चश्मा पहनता हो. इसके अलावा, अपने बच्चे को छतरी या टोपी पहनने को कहें, आंखों को धूप, हवा, धूल और गंदगी से बचाएं.
- जब आपका बच्चा सो रहा हो तो पंखे का इस्तेमाल न करें.
- यदि आपका बच्चा कॉन्टैक्ट लेंस पहनता है, तो ये सुनिश्चित करें कि क्या वो रीवेटिंग ड्रॉप्स का उपयोग करता है.
- हर सुबह लगभग 5 मिनट के लिए अपने बच्चे की पलकों पर एक गर्म, नम कपड़ा रखें. फिर पलकों की हल्की मालिश करें. यह आंखों की प्राकृतिक नमी को बढ़ाने में मदद करता है.


Disclaimer:
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