fake tea leaf detection: ज्यादातर लोग सुबह उठकर चाय पीना पसंद करते हैं. हम देखते हैं कि किसी के घर आने या किसी के घर जाने पर चाय के लिए जरूर पूछा जाता है. लिहाजा चायपत्ती की बढ़ती मांग की वजह से मिलावट का व्यापार भी शुरू हो चुका है. हेल्थ एक्सपर्ट्स मानते हैं कि मिलावटी चाय पत्ती हमारे सेहत को अंदर ही अंदर नुकसान पहुंचा रही है. फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड ऑथोरिटी ऑफ इंडिया (FSSAI) सोशल मीडिया पर लोगों को मिलावटी चीजों के बारे में जागरुक करता है. इस बार उसने मिलावटी चाय पत्ती को पहचानने की ट्रिक बताी है. 


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कैसे की जाती है मिलावट
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो चाय की पत्ती में मिलावट कई तरह से की जा रही है. इसमें पुरानी या उपयोग की हुई चाय की पत्ती को दोबारा सुखा कर पैक कर बाजार में बेचा जाता है. इसके पहले उस चायपत्ती में कलर भी मिलाया जाता है, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद नुकसानदायक होता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो लिवर डिसऑर्डर और सेहत से जुड़ी कई दूसरी समस्याएं चाय की वजह से आते ही लगती हैं. 


वीडियो शेयर कर बताई ये ट्रिक
21 अक्टूबर को ट्विटर पर पोस्ट किए गए अपने नए वीडियो में फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड ऑथोरिटी ऑफ इंडिया (FSSAI) ने चाय पत्ती की मिलावट को पहचानने की बहुत ही आसान सी एक ट्रिक बताई है.



क्या कहती है फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड ऑथोरिटी ऑफ इंडिया
मिलावटखोर अक्सर असली चाय पत्ती की जगह या इसमें मिलाकर नकली चायपत्ती बेच देते हैं. फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड ऑथोरिटी ऑफ इंडिया (FSSAI) के अनुसार एक सिंपल से टेस्ट से चाय पत्ती की क्वालिटी आसानी से चेक की जा सकती है.  


ऐसे पता करें असली और नकली चापतत्ती में अंतर


  • सबसे पहले आप एक फिल्टर पेपर लें और इस पर थोड़ी सी चाय पत्ती रखें. 

  • अब इस पर पानी की कुछ बूंदे डालकर इसे गीला कर लें. 

  • अब इस फिल्टर पेपर को नल के पानी से धो लें. 

  • अब इस फिल्टर पेपर पर लगे दाग को रौशनी में जाकर चेक करें. 

  • अगर फिल्टर पेपर पर कोई दाग नहीं है तो ये असली चायपत्ती है. 

  • अगर फिल्टर पेपर पर काले-भूरे रंग के गहरे धब्बे पड़ जाते हैं तो इसका मतलब है कि ये चाय पत्ती नकली है.


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