आयुर्वेद में गंभीर से गंभीर बीमारियों का इलाज उपलब्ध है. यह धीरे-धीरे काम करती हैं और ज्यादा फायदेमंद होती है. आयुर्वेद का इलाज किसी भी मर्ज को जड़ से खत्म करने में सक्षम है. हालांकि फिर भी आज के ज्यादातर लोग आयुर्वेद को प्राथमिकता ना देकर अंग्रेजी दवाओं की तरफ रुख करते हैं. आप जानते ही होंगे कि आजकल काफी सारे लोगों को दिल का दौरा पड़ रहा है. ऐसे में दिल का ख्याल रखना बेहद जरूरी है. अलसी के बीज से आप दिल को तंदुरुस्त रख सकते हैं. आइए जानते हैं कि कितनी मात्रा में अलसी के बीजों का सेवन कर सकते हैं और इसके फायदे क्या हैं?


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कैसे करें अलसी के बीज का सेवन
डॉक्टर और एक्सपर्ट के अनुसार, एक दिन में एक चम्मच से ज्यादा अलसी के बीजों का सेवन नहीं करना चाहिए. रात सोने से पहले एक चम्मच अलसी के बीजों को एक गिलास पानी में डालकर रात भर के लिए रख दें. अगले दिन सुबह खाली पेट उस पानी को बीजों के साथ पी जाइए. इसके अलावा, आप इसको पीसकर भी इस्तेमाल कर सकते हैं. सुबह-सुबह एक गिलास गुनगुने पानी में एक चम्मच अलसी के बीज का पाउडर डालें और पी जाएं. ये दिल की सेहत के साथ आपका वजन कम करने में भी मदद करेगा. 


अलसी के बीज में पोषक तत्व


  • अलसी के बीज में कैलोरी, सोडियम, पोटैशियम, फाइबर, शुगर, विटामिन बी, कोलेस्ट्रॉल, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, फोलेट, कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन सी, आयरन आदि से भरपूर होते हैं. ये सारे पोषक तत्व कई तरह की बीमारियों में फायदेमंद होते हैं. 

  • 100 ग्राम अलसी के बीजों में 20% प्रोटीन, 28% फाइबर, 18% मोनोअनसैचुरेटेड और 34% पॉलीअनसेचुरेटेड फैट (पीयूएफए) होता है.

  • अलसी के बीजों को कभी कच्चा नहीं खाना चाहिए. हमेशा इसे रोस्ट करके खाएं. अगर आप किडनी की बीमारी से पीड़ित हैं, तो अलसी के बीजों का सेवन ना करें.

  • अलसी के बीजों को आप स्मूदी, हलवा, दलिया और लड्डू में मिलाकर भी खा सकते हैं. इससे आपको जल्दी लाभ मिलेगा. 


Disclaimer: इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है. हालांकि इसकी नैतिक जिम्मेदारी ज़ी न्यूज़ हिन्दी की नहीं है. हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें. हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है.