Ganesh Chaturthi 2022: भगवान शिव और माता पार्वती के छोटे पुत्र गजानन यानि गणेश जी का जन्मोत्सव 31 अगस्त 2022 से शुरू हो गया है. 10 दिन तक मनाए जाने वाले गणेश उत्सव में लोग बप्पा की सच्चे मन से आराधना करते है. भक्त भगवान गणेश को मोदक, लड्डू और फल अर्पित करते हैं. वैसे तो हम सभी लोग जानते हैं कि भगवान गणेश को मोदक अच्छे लगते हैं, लेकिन क्या आप उन फलों (ganesh ji favorite food) के बारे में जानते हैं, जो गणेश जी को बेहद पसंद हैं. आज हम उन्हीं फलों के बारे में बात करेंगे और जानेंगे कि इसको खाने से सेहत पर क्या असर पड़ता है.


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शरीफा (Sugar apple)
शरीफा सीताफल के नाम से भी जाना जाता है. इसमें विटामिन ए, सी और बी 6 की मात्रा अधिक होती है, जो रोजाना की जरूरत को 40 प्रतिशत तक पूरा करता है. यह फल एंटीऑक्सीडेंट से भरा होता है, जो आपको कैंसर या कोई क्रॉनिक डिजीज से बचाता है. वेट लॉस में भी शरीफा काफी मदद करता है. एनीमिया के शिकार लोगों इस फल का सेवन कर सकते हैं, क्योंकि इसमें आयरन की मात्रा अधिक होती है.


केला
पोटेशियम, फाइबर, मैग्नीशियम, फोलेट, राइबोफ्लेविन, नियासिन, आयरन और कई विटामिन से भरा केला हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है. इसलिए हाई बीपी वाले लोगों को केला खाने की सलाह दी जाती है. इसके अलावा, केला खाने से एनर्जी भी तुरंत मिलती है. यही कारण है कि बच्चों को केला खिलाना चाहिए. केला दिल, डायबिटीज, अस्थमा जैसी बीमारियों से सुरक्षित रखता है.


अमरूद
अमरूद इम्यूनिटी को मजबूत करने के साथ हमारी बॉडी को कई तरह के इंफेक्शन से बचाता है, क्योंकि इसमें विटामिन सी की मात्रा ज्यादा होती है. इसमें प्रोटीन, फाइबर और फोलेट भी होता है, जो गर्भवती महिलाओं के लिए लाभकारी होता है. कैंसर और डायबिटीज के मरीजों को अमरूद का सेवन जरूर करना चाहिए.


जामुन
जामुन में पोटैशियम, कॉपर और मैंगनीज प्रचुर मात्रा में होता है. इसमें फायबर भी होता है, जिससे कब्ज की समस्या दूर होती है. जामुन के नियमित सेवन से ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल का स्तर कंट्रोल में रहता है. डायबिटीज के मरीजों को जामुन खाने की सलाह दी जाती है. इसमें कैलोरी भी बहुत कम होती है, जिससे वजन कम करने में मदद मिलती है.


बेल
बेल शरीर में खून को साफ करके खतरनाक टॉक्सिन को बाहर निकालता है. इसमें फाइटोकेमिकल्स और फ्लेवेनॉइड भी पाया जाता है, जो दिल और लीवर को स्वस्थ बनाए रखने में अहम भूमिका निभाता है. एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुणों की वजह से बेल डायजेशन से जुड़ी समस्याओं को पास नहीं फटकने देता है. अगर आपको कब्ज की समस्या है तो बेल का सेवन जरूर करें. ये आंतों को भी साफ रखता है.


Disclaimer: इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है. हालांकि इसकी नैतिक जिम्मेदारी ज़ी न्यूज़ हिन्दी की नहीं है. हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें. हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है.