Heart attack during workout: डियर फिटनेस फ्रीक, अब समय आ गया है कि आप अपने वर्कआउट रूटीन के साथ थोड़ा और सावधान हो जाएं और अपने शरीर को बेहतर तरीके से समझें. भारत में दिल के दौरे और कार्डियक अरेस्ट से होने वाली मौतों में अचानक वृद्धि को देखते हुए, विशेष रूप से उन लोगों के बीच जो फिट दिखते हैं, या रोजाना कसरत करते हैं, दिल की सेहत का विषय पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण हो गया है. हम फिटनेस फ्रीक को इसलिए चेतावनी दे रहे हैं, क्योंकि इनमें से कई मौतें जिम में वर्कआउट के दौरान हो रही हैं. एक खराब डाइट, नियमित वर्कआउट रूटीन और अनियंत्रित लाइफस्टाइल की आदतें जीवन के लिए खतरनाक प्रभाव डाल सकती हैं. इससे दिल का दौरा या कार्डियक अरेस्ट जैसी घातक स्थितियां पैदा हो सकती हैं.


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भारत में हार्ट अटैक से होने वाली मौतों की बढ़ती संख्या ने देश के विशेषज्ञों को चिंता में डाल दिया है. यह पूछे जाने पर कि वृद्धि क्यों हुई, डॉक्टरों ने कहा कि इसके पीछे एक कारण कोविड-प्रेरित खराब दिल की सेहत हो सकता है. हां, आपने सही पढ़ा. कोविड जैसा वायरस संक्रमण दिल को विनाशकारी स्थिति में छोड़ सकता है, जिससे ठीक होने के बाद भी गंभीर समस्याओं से पीड़ित होने का खतरा होता है. इस प्रकार शरीर की अच्छी देखभाल करना उन लोगों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, जिन्हें कोविड हो चुका है.


ज्यादा एक्सरसाइज करने से दिल की सेहत होती है खराब
डाइट हो या वर्कआउट, किसी भी जानलेवा स्थिति से सुरक्षित रहने के लिए यह जानना महत्वपूर्ण है कि उसकी अधिकतम लिमिट क्या है. नीचे कुछ संकेत दिए गए हैं, जो आपको बताते हैं कि आप बहुत अधिक व्यायाम कर रहे हैं. ऐसा करना हमारे शरीर के लिए जानलेवा साबित हो सकता है.


  • आप सीने में तेज और चुभने वाला दर्द होता है, साथ ही आप दबाव और बेचैनी महसूस करते हैं

  • एक असामान्य जलन महसूस होना

  • दर्द और कोमलता जो दूर नहीं होती

  • धुंधली दृष्टि, मांसपेशियों में दर्द और सिरदर्द के साथ ठंड लगना और बुखार

  • सुबह जागने पर तेज हार्ट बीट

  • जोड़ों में सूजन या दर्द

  • वर्कआउट के बाद मांसपेशियों में अकड़न और दर्द


खराब दिल की सेहत के लक्षण


  • असमान हार्ट बीट

  • अत्यधिक थकान

  • सीने में बेचैनी

  • सीने में लगातार असहनीय दर्द

  • ठीक से सांस नहीं ले पाना

  • रात को पसीना

  • पैरों और टखनों में सूजन

  • शरीर का ऊपरी हिस्सा सुन्न पड़ना

  • किसी खास चीज पर फोकस न कर पाना या चक्कर आना

  • लगातार खांसी और सीने में भारीपन


Disclaimer: इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है. हालांकि इसकी नैतिक जिम्मेदारी ज़ी न्यूज़ हिन्दी की नहीं है. हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें. हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है.