नई दिल्ली: कोरोना संक्रमण के बीच ज्यादातर कंपनियों के कर्मचारी 'वर्क फ्राम होम' यानी घर से काम कर रहे हैं. एक ही जगह घंटों बैठकर काम करने से लोगों को कई तरह की शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. किसी के कंधे दर्द होने लगते हैं तो कोई तनाव ले लेता है. अगर आपके साथ भी इस तरह की कोई भी समस्या है तो आपके लिए तीन योगासन फायदेमंद साबित हो सकते हैं. 


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कोरोना काल में घर की चार दीवारों में तनाव को कम करने का सबसे बेस्ट तरीका है योग. इस खबर में हम आपके लिए गरुड़ासन, बद्ध कोणासन और सुप्त कोनासन के बारे में जानकारी दे रहे हैं. 


1. गरुड़ासन



यह आसन दिमाग को एक जगह क्रेंदित करने और तनाव को कम करने का सबसे बेस्ट है. यह श्वसन तंत्र को मजबूत करता है. इससे फेफड़े दुरुस्त रहते हैं और संक्रमण की गुंजाइश न के बराबर रहती है. गरुड़ासन को ईगल पोज (Eagle pose) कहा जाता है. जो लोग वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं उन लोगों के लिए यह योग आसन बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है. इसका अभ्यास करने से कूल्हों और कंधों में जकड़न खत्म हो सकती है. 


कैसे करें


  1. सबसे पहले सीधे खड़े हो जाएं.

  2. अब दायें पैर को सामने लेते हुए, बाएं पैर को दाएं पैर से ऊपर रखें

  3. इसी प्रकार दोनों हाथों को आपस में लपेटकर नमस्कार की मुद्रा में आएं.

  4. पहले ऐसा दायीं ओर करें फिर इसी मुद्रा को बांयी ओर दोहराएं

  5. ये अभ्यास लगभग पांच बार इस क्रिया को करें.


2. बद्ध कोणासन



बद्ध कोणासन या बाउंड एंगल पोज को कोब्ब्लर पोज़ भी कहा जाता है. यह बैठकर किया जाने वाला आसन है, जो कूल्हें, पेट की मसल्स और जांघों को स्ट्रेच करने में मदद करता है. यह एक ग्राउंडिंग पोज़ है जो मूलधारा, या रूट चक्र को सक्रिय करता है. यह आपको मदर अर्थ की एनर्जी से जोड़ता है, आपको सुरक्षित और मजबूत महसूस कराता है और आपके कूल्हों को खोलने में मदद करता है. इस आसन को करने से कमर, घुटनों की नसें खुलती हैं और मस्तिष्क को ध्यान केंद्रित करने की ऊर्जा प्राप्त होती है. 


कैसे करें बद्ध कोणासन


  • अपने पैरों को सीधा सामने फैलाकर बैठें.

  • सांस छोड़ते हुए अपने घुटनों को मोड़कर अपनी एड़ी को पेल्विस की और खींच ले

  • अपने घुटनों को बाहर की और नीचे रखें तथा पैरों के तलवों को एक साथ लाएं.

  • धीरे-धीरे आराम से अपनी एड़ी को पेल्विस के करीब लाएं.

  • अब अपने दोनों पैरों के अंगूठों को हाथों से पकड़ें. 

  • आप इस मुद्रा में 1 से 5 मिनट तक बने रह सकते हैं.

  • सांस लें और अपने घुटनों को ऊपर उठाएं, और पैरों को अपनी मूल स्थिति में वापस लाएं.


सुप्त कोनासन


 




वर्क फ्रॉम करने के कारण ज्यादातर लोग एक ही जगह पर घंटों बैठे रह रहे हैं. लगातार एक ही जगह पर बैठने से शारीरिक और मानसिक तनाव हो जाता है. ऐसे में सुप्त कोनासन आपकी काफी मदद करेगा. सुप्त कोनसाना का अभ्यास करने से पैर का दर्द और जांघो को आराम मिलता है. साथ ही यह थकान को दूर करने में भी सहायक माना जाता है. इस आसन को नियमित रूप से करने पर योगी को दिमाग और शरीर पर ज्यादा नियंत्रण मिलता है. 


कैसे करें सुप्त कोनासन


  1. सबसे पहले मैट पर लेट जाएं

  2. फिर हलासन की स्थिति में आ जाएं

  3. अब दोनों पांवों को जितनी दूर तक फैला सकें, फैलाएं और घुटनों को सीधा रखें.

  4. अब दोनों हाथों की तर्जनी तथा मध्यमा अंगुलियों द्वारा पांवों के पंजों को पकड़ें

  5. इस स्थिति में 10 सेकेण्ड तक रहें तथा गहरी श्वास लें.

  6. अब पैरों को पास लाकर धीरे-धीरे बांह को नीचे लाएं.

  7. अब रीढ़ को सीधा करके लेटने की स्थिति में आ जाएं और कुछ देर तक विश्राम करें


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डिस्क्लेमर- खबर में दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित है. इस पर अमल करने से पहले संंबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ से संपर्क जरूर करें.